Chamoli: घर की मजबूरियों ने मानसी नेगी को बनाया वॉक रेस में गोल्डन गर्ल, मां ने दूध बेचकर की मदद
मानसी ने 2018 में राजकीय बालिका हाईस्कूल गोपेश्वर से व जीजीआईसी देहरादून से 2020 में इंटर किया। यहां पर स्टेडियम होने के चलते मानसी को वॉक रेस के क्षेत्र में नाम कमाने की मंशा को बल मिला । तथा बाद में देहरादून के स्पोर्टस कालेज में रहकर नाम रोशन किया। देहरादून में अध्ययन के दौरान उसने महाराणा स्पोर्टस कालेज से भी प्रशिक्षण लिया।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। बेहद गरीब घर से तालुक रखने वाली चमोली जिले के मजोठी गांव की मानसी नेगी आज राष्ट्रीय स्तर पर गोल्डन गर्ल के रुप में पहचान बना चुकी है। वह वॉक रेस में अब तक प्रदेश व देश का नाम भारत ही नहीं बल्कि चीन सहित अन्य देशों में रोशन कर चुकी है। खास बात तो यह है कि मानसी को उसकी मां ने गांव में गाय का दूध बेचकर इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की।
मानसी को पहाड़ की पगड़डियों में प्रतिदिन स्कूल के साथ घर की जिम्मेदारियों ने अभ्यास दिलाया। मजोठी गांव की मानसी नेगी अभाव, संघर्ष , सफलता की पर्यायवाची है। तीन मई 2003 में चमोली के दूरस्थ गांव मजोठी गांव में जन्मी मानसी नेगी का जीवन सफर संघर्षपूर्ण रहा है। मानसी नेगी के पिता लखपत सिंह नेगी का 2016 में निधन हो गया था। मां शकुंतला देवी बेटी की खिलाड़ी बनने की जिज्ञासा में मदद करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती थी। इसलिए उन्होंने घर में ही गाय व खेती-बाड़ी कर बेटी की जरुरतों को पूरा करने के लिए गोपेश्वर पढ़ने के लिए भेजा।
मानसी ने 2018 में राजकीय बालिका हाईस्कूल गोपेश्वर से व जीजीआईसी देहरादून से 2020 में इंटर किया। यहां पर स्टेडियम होने के चलते मानसी को वॉक रेस के क्षेत्र में नाम कमाने की मंशा को बल मिला । तथा बाद में देहरादून के स्पोर्टस कालेज में रहकर नाम रोशन किया। देहरादून में अध्ययन के दौरान उसने महाराणा स्पोर्टस कालेज से भी प्रशिक्षण लिया।
2020 से वतर्मान समय तक मानसी पंजाब के निजी विश्व विद्यालय से स्नातक कर रही है। यह विश्व विद्यालय इसकी पढ़ाई का खर्च उठाता है। मानसी को हाल में ही उत्तराखंड में तीलू रोतेली पुरुस्कार भी मिला है। मानसी नेगी का कहना है कि उसके मुकाम पर पहुंचने के लिए संघर्ष में हमेशा मां ने हौंसला बढ़ाया। कोच के बेहतर मार्ग दर्शन में वह आगे बढ़ी है।
मानसी की ये है उपलब्धियां
- 2018 में खेलों इंडिया स्कूल गेम्स वॉक रेस में गोल्ड मेडल
- 2018 में नार्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल
- 2018 में नेशनल स्कूल गेम्स में भी गोल्ड मेडल हासिल
- 2022 में फेडरेशन कप जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2022 में ओपन अंडर 23 एथलेक्टिस में गोल्ड मेडल
- 2022 में नेशनल जूनियर एथलेक्टिस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2023 में इंडियन ओपन रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2023 में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एथलेक्टिस मीट में गोल्ड मेडल
- 2023 में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में कांस्य पदक
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