Badrinath Dham में तीर्थ यात्रियों के लिए पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, जरूर ध्यान रखें वरना होगा बड़ा नुकसान
Badrinath Yatra 2025 बदरीनाथ धाम यात्रा 2025 के लिए पुलिस ने तीर्थ यात्रियों को धोखाधड़ी से बचने की सलाह जारी की है। पुलिस के अनुसार धाम में ठग आस्था का फायदा उठाकर श्रद्धालुओं को ठग सकते हैं। पैसे देकर दर्शन करने का कोई धार्मिक लाभ नहीं है इसलिए प्रलोभनों से बचें और लाइन में लगकर दर्शन करें। पुलिस और मंदिर समिति का सहयोग करें।

संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। Badrinath Yatra 2025: बदरीनाथ धाम में दर्शन कराने के नाम पर ठगी करने वालों से बचने और तीर्थ यात्रियों को जागरूक करने के लिए पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है।
पुलिस का कहना है कि धाम में सक्रिय ठग भक्ति और आस्था का फायदा उठाकर तीर्थ यात्रियों को ठगने का प्रयास कर सकते हैं। तीर्थ यात्रियों को चाहिए कि वह तमाम प्रलोभनों के बावजूद इनके चंगुल में न आएं।
पैसे देकर दर्शन का धार्मिक या आध्यात्मिक लाभ नहीं
पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि पैसे देकर दर्शन करने का कोई भी धार्मिक या आध्यात्मिक लाभ नहीं है।
भगवान के दर्शन के लिए हृदय की शुद्धता और सच्ची लगन का होना जरूरी है, न कि पैसा। यह केवल उन लोगों का पैसे ऐंठने का तरीका है, जो आपकी आस्था का फायदा उठाना चाहते हैं। ऐसे कृत्य न केवल आपकी जेब पर भारी पड़ते हैं, बल्कि धाम की पवित्रता और व्यवस्था को भी भंग करते हैं।
लाइन में लगकर करें दर्शन
बदरीनाथ धाम एक पवित्र स्थान है और इसकी गरिमा व पवित्रता को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। दर्शन के लिए निर्धारित और व्यवस्थित लाइन प्रणाली है। यह प्रणाली सभी श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए बनाई गई है।
श्रद्धालुओं से अपील
- धैर्य रखें और निर्धारित लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करें
- लाइन में लगे अन्य श्रद्धालुओं के साथ सहयोग करें
- पैसे लेकर दर्शन करवाने या अन्य किसी भी प्रकार का प्रलोभन देने वालों से बचें
- ऐसे किसी भी व्यक्ति के बारे में तुरंत मंदिर प्रशासन या पुलिस को सूचित करें
पुलिस-प्रशासन व मंदिर समिति का करें सहयोग
एडवाइजरी में कहा गया है कि धाम में दर्शन व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पुलिस-प्रशासन और मंदिर समिति लगातार प्रयासरत हैं। ध्येय यही है कि सभी श्रद्धालुओं को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से दर्शन हो सकें।
श्रद्धालुओं का सहयोग पूरी दर्शन प्रक्रिया को आसान बना सकता है। इसलिए सभी श्रद्धालुओं से अपेक्षा की गई है कि वे पुलिस-प्रशासन और मंदिर समिति कर्मचारियों के साथ सहयोग करें।
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