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    Chardham Yatra 2024: दशहरे पर बदरीनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित, अब दर्शन के लिए बस कुछ दिन

    Updated: Sat, 12 Oct 2024 02:45 PM (IST)

    Chardham Yatra 2024 बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गई है। आज विजय दशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गयी। इस बार 17 नवंबर को रात 9 बजकर 7 मिनट पर विधि-विधान के साथ कपाट बंद किए जाएंगे। अब तक 11 लाख से अधिक श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंच चुके हैं।

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    Chardham Yatra 2024: बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित. File Photo

    संवाद सहयोगी, जागरण गोपेश्वर। Chardham Yatra 2024: दशहरे के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है। आगामी 17 नवंबर को रात नाै बजकर सात मिनट पर विधिविधान के कपाट साथ बंद होंगे।

    इस यात्रा वर्ष विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार 17 नवंबर रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कपाट बंद होने की तिथि आज विजय दशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गयी।

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    उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे। सरकार एवं मंदिर समिति के प्रयासों से सभी यात्री सुविधाएं मुहैया हुई है।

    कुल 38 लाख तीर्थयात्री पहुंचे चारधाम

    • अभी तक 11 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे हैं।
    • साढ़े 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे हैं।
    • इस तरह साढ़े 24 लाख तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ -केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं।
    • कुल 38 लाख तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर पहुंचे हैं।

    भैया दूज पर बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाट

    विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर 12.05 बजे बंद होंगे। यमुना की डोली लेने के लिए खरशाली गांव से शनि महाराज की डोली 3 नवंबर की सुबह यमुनोत्री पहुंचेगी। गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को बंद होंगे। यमुनोत्री धाम में विजय दशमी के अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने समय पंचांग गणनानुसार यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने मुहूर्त तय किया।

    पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि 3 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर दोपहर 12.05 बजे अभिजीत मुहूर्त, मकर लग्न, अनुराधा नक्षत्र, सौभाग्य योग पर यमुनोत्री के कपाट बंद किए जाएंगे। जिसके बाद शनि महाराज की अगुवायी में मां यमुना की डोली खरसाली पहुंचेगी।

    कपाट बंद होने तक खरसाली में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे। इस अवसर पर प्यारेराम उनियाल, अरुण उनियाल, घनश्याम प्रसाद उनियाल, संजीव उनियाल, संदीप शास्त्री, विजय प्रसाद उनियाल, अजवीन पंवार मौजूद रहे।

    मां नवदुर्गा तिला भराड़ी मंदिर में कन्या पूजन के साथ पूजा अर्चना की

    नवरात्रि के नौवे दिवस के अवसर पर बदरीनाथ मार्ग कंचनगंगा में क्षेत्र की अराध्य देवी मां नवदुर्गा तिला भराड़ी मंदिर में कन्या पूजन तथा मां सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई। श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) उपाध्यक्ष किशोर पंवार सपरिवार माता के मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना में शामिल हुए तथा क्षेत्र के सुख- शांति का आशीर्वाद मांगा।

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    इस अवसर जय मां नंदा समिति अध्यक्ष राजदेव मेहता एवं पदमेंद्र भंडारी ने बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार का शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। माता के मंदिर में जय मां नन्दा समिति बामणी , पांडुकेश्वर के सौजन्य से विशाल भण्डारा का आयोजन किया गया इससे पहले मां दुर्गा की पूजा अर्चना के पश्चात कन्या पूजन तथा प्रसाद वितरण किया गया।

    बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि विजय दशमी के दिन श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर दुर्गा पूजा का यज्ञ हवन के साथ समापन होना है।  इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित अध्यक्ष राजदेव मेहता,पदमेंद्र भंडारी, अमित पंवार , सुधीर मेहता, वीरेंद्र भंडारी, रणजीत भंडारी आदि मौजूद रहे।