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    पुरातात्त्विक धरोहर को संरक्षित करने की बड़ी पहल, अब संग्रहालय में संजोई जाएंगी बागनाथ मंदिर की मूर्तियां

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 05:17 PM (IST)

    बागेश्वर में पुरातत्व विभाग ने बागनाथ मंदिर की ऐतिहासिक मूर्तियों को संग्रहालय में स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू कर दी है। मंदिर परिसर में आठवीं और 10वीं शताब्दी की 90 मूर्तियां हैं, जिन्हें मकर संक्रांति पर संग्रहालय में स्थापित किया जाएगा। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और जिले की सांस्कृतिक विरासत संरक्षित होगी।

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    मकर संक्रांति पर संग्रहालय में शिफ्ट। जागरण

    जागरण संवाददाता, बागेश्वर । जिले की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पुरातत्व विभाग ने बागनाथ मंदिर परिसर में रखी गई ऐतिहासिक मूर्तियों को संग्रहालय में स्थानांतरित करने की तैयारी तेज कर दी है।

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    शुक्रवार को पुरातत्व विभाग की टीम ने मंदिर परिसर में मौजूद सभी मूर्तियों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर माह में मूर्तियों की सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा और जनवरी में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर इन्हें संग्रहालय में विधिवत रूप से स्थापित कर दिया जाएगा। इसी दिन संग्रहालय का औपचारिक उद्घाटन भी प्रस्तावित है।

    पुरातत्व अधिकारियों के अनुसार बागनाथ मंदिर परिसर में आठवीं तथा 10 वीं शताब्दी की कुल 90 पुरातात्विक महत्व की मूर्तियां मौजूद हैं। इनमें से 80 मूर्तियां मंदिर परिसर में एक ही स्थान पर रखी गई हैं, जबकि 10 मूर्तियां काल भैरव मंदिर में स्थापित हैं।

    अब सभी मूर्तियों को एक ही स्थान, यानी निर्माणाधीन संग्रहालय में सुरक्षित रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि संग्रहालय के प्रारूप और संरचना पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। मूर्तियों को एक साथ रखने से धार्मिक पर्यटकों को जानकारी प्राप्त करने में आसानी होगी और जिले के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराने में भी मदद मिलेगी।

    जिला पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि सभी मूर्तियां पूर्णतः सुरक्षित हैं और समय-समय पर उनका निरीक्षण तथा आवश्यक सफाई की जाती है। उन्होंने बताया कि उत्तरायणी पर्व, यानी मकर संक्रांति के दिन, मूर्तियों को संग्रहालय में विधिवत शिफ्ट कर दिया जाएगा। इससे न केवल धरोहर सुरक्षित होगी बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।