बागेश्वर में बड़ी कार्रवाई, स्वतंत्रता सेनानियों के गलत नामों वाला शिलापट पंचायत राज विभाग ने हटाया
बागेश्वर में पंचायत राज विभाग ने स्वतंत्रता सेनानियों के गलत नामों वाले शिलापट को हटा दिया है। शिलापट में नामों की गलतियों के कारण विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इसे हटाने का फैसला किया। विभाग ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए शिलापट को हटाने का निर्णय लिया।

विभागीय टीम बगराटी गांव पहुंची तथा विवादित शिलापट को हटाकर वापस ले गई। आर्काइव
जागरण संवाददाता, बागेश्वर । कस्मयारघाटी में स्वतंत्रता सेनानियों के गलत नाम अंकित किए जाने के बाद उठे विरोध ने विभाग को अपनी गलती सुधारने पर मजबूर कर दिया। उपजिलाधिकारी कांडा डा. ललित मोहन तिवारी के निर्देश तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष ललित पंत की पहल पर रविवार सुबह विभागीय टीम बगराटी गांव पहुंची तथा विवादित शिलापट को हटाकर वापस ले गई।
ग्रामीणों व स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने इस शिलापट में दर्ज नामों की त्रुटियों को अपने पूर्वजों का अनादर बताया तथा कड़ा विरोध जताया। मामला प्रशासन के संज्ञान में आते ही सुधार की प्रक्रिया तत्काल शुरू कर दी गई। अब शिलापट के नाम ग्रेनाइट पत्थर पर खुदाई के साथ अंकित किए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार इस बार नामों को स्वर्णिम अक्षरों से भरा जाएगा, ताकि शिलापट स्थायी, सुसज्जित तथा सम्मानजनक रूप में स्थापित हो सके।
स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के उत्तराधिकारी पंकज डसीला तथा भूतपूर्व सैनिक हरीश डसीला ने कहा कि विभाग ने गलती स्वीकार कर शिलापट हटाया जाना स्वागतयोग्य है, लेकिन अब सही नामों के साथ इसकी विधिवत स्थापना अनिवार्य है। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं दोहराई जाएगी। स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। शिलापट सौंपने के दौरान हरीश डसीला सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।

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