अब उत्तराखंड के इस पहाड़ी शहर में आपदा का खतरा, धंसने लगी जमीन; कई परिवार शिफ्ट
उत्तराखंड के बागेश्वर में बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव बढ़ रहा है। नीलेश्वर मंदिर के पास सड़क और सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे स्थानीय लोगों के घरों को खतरा है। जिला प्रशासन ने छह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। नीलेश्वर की पहाड़ियों के दरकने से लोगों में दहशत है। बागनाथ सभासद ने कहा कि प्रभावितों को हर संभव मदद की जा रही है।

जासं, बागेश्वर। नीलेश्वर मंदिर के समीप रोड तथा सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। स्थानीय लोगों के घरों को खतरा बना हुआ है। जिसके कारण छह लोगों को कत्युरमठ में सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
वर्षा के कारण जिला मुख्यालय में भी भूस्खलन तथा भूधंसाव तेजी से बढ़ रहा है। पिटकुल, बेयर हाउस के बाद नीलेश्वर की पहाड़ियां भी दरकने लगीं हैं। जिसके कारण लोग दहशत में आ गए हैं। जिला प्रशासन ने बुधवार की देर शाम निरीक्षण आदि के बाद छह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। संभावना है कि यदि वर्षा तेज हुई तो भूधंसाव बढ़ सकता है।
धंस रही है सुरक्षा दीवार
नीलेश्वर मंदिर समीप सड़क तथा किनारे की सुरक्षा दीवार धंस रही है। जिसके कारण हेमा देवी पत्नी नंदन राम को सरस्वती देवी पत्नी लक्ष्मण राम, गणेश राम पुत्र कुंवर राम, को प्रभु प्रसाद पुत्र रघुनाथ प्रसाद, विनीता देवी पत्नी ईश्वर राम को सरस्वती देवी पत्नी लक्ष्मण राम के घर में शिफ्ट किया गया है। जबकि मनोज कुमार पुत्र कुशल राम, ललित प्रकाश पुत्र कुशल राम को सोहन लोबियाल पुत्र पदी राम के मकान में शिफ्ट किया गया है।
जगदीश कुमार पुत्र रामलाल को प्रभु प्रसाद पुत्र रघुनाथ प्रसाद के भवन में शिफ्ट हो गए है। इसके अलावा नीमा देवी पत्नी खुशाल राम के मकान के आगे सुरक्षा दीवार लगभग 45 फीट लंबा तथा नौ फीट ऊंचा था वह क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे मकान को भविष्य में खतरे की संभावना बनी है। उनके मकान में कहीं-कहीं दरारें पड़ गई हैं।
बागनाथ वार्ड के सभासद नवीन रावल ने कहा कि निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी गई थी। प्रभावितों को हरसंभव मदद की जा रही है।
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