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    बागेश्वर में जिला पंचायत सदस्यों ने कोतवाल और एसडीएम के खिलाफ खोला माेर्चा, अध्यक्ष पर भी लगाए बड़े आरोप

    By Jagran NewsEdited By: Rajesh Verma
    Updated: Fri, 28 Oct 2022 03:33 PM (IST)

    सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने 364 कार्य बिना चर्चा किए स्वीकृत कर दिए गए। जिसमें नौ करोड़ एक लाख रुपये का बजट पारित हुआ है। यह हड़बड़ी में लिया गया निर्णय था और कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने की नीयत है।

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    एक नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का एलान किया है।

    जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत नौ सदस्यों ने जिला पंचायत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने महिला सदस्यों के साथ बीते दिनों अभद्रता करने वाले कोतवाल और उन्हें आदेश देने वाले उपजिलाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर एक नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का एलान किया है।

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    सदस्यों ने अध्यक्ष पर लगाए ये आरोप

    शुक्रवार को टीआरसी परिसर पर पत्रकार वार्ता में जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, जिला पंचायत सदस्य और पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी, सदस्य बंदना ऐठानी, सुरेंद्र खेतवाल, इंदिरा परिहार, पूजा आर्य, रूपा कोरंगा, गोपा धपोला ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष अपरिवक्ता के कारण बैकफुट पर हैं।

    • कहा कि 364 कार्य बिना चर्चा किए स्वीकृत कर दिए गए। जिसमें नौ करोड़ एक लाख रुपये का बजट पारित हुआ है। यह हड़बड़ी में लिया गया निर्णय था और कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने की नीयत है।
    • उनसे पांच-पांच लाख की योजनाएं बनाने को कहा और बाद में 18 लाख के प्रस्ताव मांगे गए।
    • जनसंख्या घनत्व पर ध्यान नहीं दिया गया। पंचायती राज एक्ट में 15वें और राज्य वित्त में विवेकाधीन शब्द नहीं है।

    ये है मामला

    बीते 21 अक्टूबर को सामान्य बैठक के बाद छह महिला सदस्य, उपाध्यक्ष और एक अन्य पुरुष सदस्य अपर मुख्य अधिकारी से वार्ता कर रहे थे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने एसडीएम को फोन किया। उन्होंने बिना उच्च अधिकारियों को बताए कोतवाल, चालक और अन्य पुलिस जवान को जिला पंचायत भेज दिया। कोतवाल ने महिला सदस्यों से अभद्रता की। पुलिस स्मैक, चरस, मारपीट आदि को लेकर उदासीन है। महिला सदस्यों पर 382 लगाने की धमकी देती है। जिला पंचायत सदस्यों ने कोतवाल को लाइन हाजिर करने और एसडीएम का तबादला करने की मांग की।

    ये आरोप लगाए

    पत्रकार वार्ता के दौरान सदस्यों ने कहा कि पारित धनराशि से 262 करोड़ वेतन, पेंशन और भत्ते, 20 लाख का रंग रोगन, 2.15 लाख डंगोली, चार लाख कौसानी गेस्ट हाउस, 18.94 लाख रुपये मरम्मत, तीन करोड़ से सोलर लाइट, भकुनखोला में 24 लाख की सोलर लाइट और दो लाख के डस्टबीन जैसी योजनाएं शामिल की गईं। सोलर लाइट का काम एक सदस्य की पत्नी और पुत्र को लाभ पहुंचाया जा रहा है।

    सभी आरोप निराधार हैं। विपक्षी सदस्य जांच करा सकते हैं। लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है। पुलिस मैने सुरक्षा कारणों से बुलाई थी। कोतवाल और एसडीएम का इसमें कोई रोल नहीं है। पूर्व में भी एक अधिकारी से धक्कामुक्की हुई थी।

    -बसंती देव, जिला पंचायत अध्यक्ष, बागेश्वर।