Bageshwar News: कपकोट में बंद रहे कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यालय, मलबा तथा पत्थर गिरने से सात मोटर मार्ग ठप
बागेश्वर जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया जिससे पेयजल योजनाएं प्रभावित हुईं और कई मार्ग बाधित हो गए। कपकोट में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। कांडे कन्याल गांव में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। हिमालयी गांवों में बिजली और संचार सेवाएं भी बाधित रहीं। बागेश्वर में 20 मिमी और कपकोट में 9 मिमी बारिश दर्ज की गई।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: जिले में शुक्रवार को सुबह तक झमाझम वर्षा हुई। जिसके कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। सिल्ट आने से पेयजल योजनाएं भी प्रभावित रहीं। जबकि सात मोटर मार्ग पर मलबा तथा पत्थर गिरने से यातायात बाधित रहा। वहीं, धान तथा मवेशियों के लिए घास समेट रहे किसानों की मेहनत पर वर्षा के कारण खलल पड़ा। कपकोट के कक्षा एक से लेकर 12 वीं तक के स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे।
जिले में अभी भी रुक रुक कर वर्षा का सिलसिला जारी है। हिमालयी गांवों में तेज वर्षा की संभावना के चलते जिलाधिकारी के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने सुबह स्कूल बंद करने का निर्णय लिया। निर्णय में देरी होने पर कई विद्यालयों के बच्चे घरों से स्कूल की तरफ निकल गए थे।
शिक्षक आदि भी आधे रास्ते में पहुंच गए थे। हालांकि आदेशों के अनुपालन में सरकारी विद्यालय बंद रहे। वहीं, कांडे कन्याल गांव में संजय राम पुत्र फकीर राम का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के लोगों ने घर छोड़ दिया है।
शुक्रवार को सबसे अधिक वर्षा 20 मिमी बागेश्वर में रिकार्ड की गई। जबकि कपकोट में नौ मिमी वर्षा हुई। सरयू नदी का जलस्तर 866.30, गोमती नदी 863.10 तथा बैजनाथ बैराज 1112.600 मीटर पर बना हुआ है।
हिमालयी गांवों में बिजली, संचार सेवाएं प्रभावित
वर्षा के कारण हिमालयी गांवों में बिजली तथा संचार सेवाएं प्रभावित रहीं। राजू टाकुली ने बताया कि सौंग में बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर फुंक गया है। गांव में बिजली की आपूर्ति ठप है। उधर, सरयू घाटी से दयाल सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह से बिजली के अलावा संचार सेवा भी नहीं है। जिसके कारण लोगों तक सूचनाओं का आदान प्रदान भी प्रभावित रहा।
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