Uttarakhand News: बागेश्वर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कें बंद, मकान क्षतिग्रस्त
बागेश्वर जिले में लगातार वर्षा से नौ सड़कें बंद हो गई हैं जिससे बिजली पानी और संचार सेवाएं बाधित हैं। कई गांवों में मकान गिरने से लोग बेघर हो गए हैं। अतिवृष्टि से पंत क्वैराली और मैठरा में मकान ध्वस्त हो गए जबकि काफलीगैर और गरुड़ में भी नुकसान हुआ है। जिला आपदा अधिकारी के अनुसार बंद सड़कों को खोलने का कार्य जारी है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर। जिले में रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला जारी है। रात भर वर्षा के बाद नौ सड़कों पर आवागमन प्रभावित रहा। बिजली, पानी, संचार आदि सेवाएं भी पटरी से उतर गईं। इसके अलावा गांवों में मकान गिरने से लोग बेघर हो रहे हैं। जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
मंगलवार को सुबह हल्की वर्षा हुई। दिन में चटक धूम के बाद उमस ब़ढ़ गई है। बिजली की अघोषित कटौती शहर से गांव तक रही। जिसके कारण लोग परेशान रहे। वहीं, बिजली नहीं होने से पंपिंग योजनाएं भी सुचारू पंप नहीं हो पा रही हैं। पेयजल संकट भी बना हुआ है। कपकोट के उच्च हिमालयी गांवों में संचार सेवा भी पटरी से उतरी हुई है।
वहीं, अतिवृष्टि से पंत क्वैराली में राजेंद्र प्रसाद, मैठरा के राजेंद्र सिंह रौतला का मकान ध्वस्त हो गया है। प्रभावित परिवारों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। काफलीगैर के सिया गांव की भगवती देवी का मकान आशिंक क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने भी घर छोड़ दिया है।
गरुड़ में पेटलाकोट निवासी में कुंदन सिंह दोसाद तथा पौसारी गांव में मदन राम का आवासीय मकान का आंगन ध्वस्त हो गया है। जिसके कारण घरों को भी खतरा बना हुआ है। हरीनगरी पय्या दाबूहड़ाप, बीनातोली कुंझाली मजकोट, सिमखेत मैग्ड़ीस्टेट, रौल्याना सिरनोली, झणकोट सुंदिल जुनायल, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर किमी 11 से काफलीकमेड़ा, खड़लेख भनार आदि मोटर मार्ग पर आवागमन ठप रहा, जिसके कारण गांवों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है। उधर, जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने कहा कि बंद सड़कों को खोलने का कार्य युद्धस्तर से चल रहा है।
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