Bageshwar Cloudburst: पौंसारी घटना में लापता 10 वर्षीय गिरीश का शव बरामद, अभी भी एक लापता
बागेश्वर के पौंसारी में बादल फटने की घटना के बाद लापता बालक गिरीश जोशी का शव घटनास्थल से पांच किमी दूर कनलगढ़ नदी के किनारे मिला। एसडीआरएफ की टीम ने शव को बरामद किया। वहीं लापता युवक पूरन जोशी की तलाश अभी भी जारी है। मृतक गिरीश जोशी राउमावि बैसानी में कक्षा पांचवीं का छात्र था जिसके माता-पिता भी इस आपदा में मारे गए।

जासं, बागेश्वर । पौंसारी के खाईजर में बादल फटने जैसे घटना में लापता एक बालक का शव घटना स्थल से पांच किमी दूर लकड़ी के गिल्टे से लिपटा हुआ झाड़ियों से बरामद हो गया है। उसके स्वजन को सूचना दे दी गई है। जबकि एक युवक का शव अभी भी नहीं मिल सका है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे जिला मुख्यालय की मोर्चरी में रख दिया है। स्वजन के आने के बाद उसका पोस्टमार्टम होगा।
28 अगस्त को रात लगभग 11 बजे पौंसारी के खाईजर तोक निवासी रमेश चंद्र जोशी तथा उनके भाई पूरन जोशी के मकान आपदा में बह गए थे। जिसमें पांच लोग लापता हो गए। जिसमें रमेश चंद्र जोशी, उनकी पत्नी बसंती देवी का शव पहले बरामद हो गया था। जबकि उनका पुत्र पवन जोशी घायलावस्था में मिले। उन्हें उपचार के बाद अस्पताल से घर भेज दिया गया है।
10 वर्षीय गिरीश जोशी घटना में लापता थे। उनका शव शनिवार को घटना स्थल से लगभग पांच किमी दूर चचई के ओखलसेरा के पास कनलगढ़ नदी के किनारे बरामद हुआ। जबकि दूसरे परिवार की बचुली देवी का शव भी पहले बरामद हो गया था। उनका पुत्र 40 वर्षीय पूरन जोशी लापता हैं।
इधर, पुलिस उपाधीक्षक मनीष शर्मा ने बताया कि बालक गिरीश जोशी का शव चीड़ के गिल्टे से लिपटा हुआ झाड़ियों में था। स्थानीय लोगों की सूचना पर एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीम कनलगढ़ नदी में रस्सी डालकर दूसरे छोर पर पहुंची। जहां गिल्टे को काटकर शव बरामद किया गया। उसे मोर्चरी में रखा जाएगा। उनके स्वजन से फोन पर बात हो गई है।
कक्षा पांचवीं का था छात्र गिरीश
10 वर्षीय गिरीश जोशी का शव पूरे नौ दिन बाद मिला है। वह राउमावि बैसानी में पांचवीं का छात्र था। उसके माता-पिता भी इस घटना में मारे गए हैं। जबकि बड़ा भाई पवन घटना में जिंदा बच गया था। सबसे बड़ा भाई गणेश जोशी दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। जिसके कारण उसकी बच जान बच गई थी। अब उसके परिवार दो भाइयों के अलावा पांच बहनें हैं। सभी बहनों का विवाह हो गया है।
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