बागेश्वर में कुदरत का कहर, बादल फटने से भारी नुकसान, स्कूल में बने राहत शिविर, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
बागेश्वर के पौंसारी गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। खाईजर में दो मकान बह गए जिसमें पांच लोग लापता हो गए थे जिनमें से चार के शव बरामद हुए हैं। प्राथमिक विद्यालय में राहत शिविर चलने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। आंगनबाड़ी केंद्र भी जर्जर हालत में है जिसके कारण अभिभावक बच्चों को भेजने से डर रहे हैं।

घनश्याम जोशी, बागेश्वर: पौंसारी के खाईजर में बादल फटने जैसी घटना के बाद दो घरों के पांच लोग लापता थे। जिसमें चार शव बरामद कर लिए गए हैं। जबकि एक व्यक्ति की अभी जिला प्रशासन को तलाश है। प्राथमिक विद्यालय पौंसारी में अभी राहत शिविर संचालित हो रहा है। वहां पढ़ने वाले बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है।
पौंसारी में 28 अगस्त की रात काली थी। वहां लगभग 11 बजे अतिवृष्टि ने गांव को गहरे जख्म दिए। खाईजर में दो मकान ताश की पत्तों के भांति गधेरे में बह गए। मलबे में दो परिवारों के पांच लोग दबकर लापता हो गए। पौंसारी गांव में भी कई घरों में मलबा घुस गया।
रास्ते तबाह हो गए। खेती मलबे में तब्दील हो गई। मोटर पुल तथा सड़क गायब हो गई। गधेरे में बने पैदल पुलियाओं का नामोनिशान मिट गया। उस रात को लोग भयभीत रहे तथा सुबह तक जागते रहे। सुबह उजाले में चारों तरफ तबाही का मंजर सामने था।
प्राथमिक विद्यालय पौंसारी का आंगन भी मलबे में तब्दील था। वहां चार दिन के बाद मलबा हटाया जा सका। वर्तमान में वहां आपदा राहत शिविर संचालित हो रहा है। ऐसे में वहां अध्ययनरत 10 बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
ग्राम प्रधान कमला कोहली ने बताया कि विद्यालय में दो शिक्षक नियुक्त हैं। जब से आपदा आई है, बच्चों की पढ़ाई चौपट है। दिन में भीड़भाड़ रहती है। वहां भोजन आदि भी बनता है। जनप्रतिनिधियों का आना जाना रहता है।
आंगनबाड़ी केंद्र भी जर्जर
पौंसारी गांव के प्राथमिक विद्यालय से ही आंगनबाड़ी केंद्र भी सटा हुआ है। जिसके भवन की हालत भी जर्जर पहुंच गई है। लिंटर के सरिया दिख रहे हैं। जहां छोटे सात बच्चे विद्यार्जन को आते हैं। आपदा के बाद लोग केंद्र पर बच्चों ने नहीं भेज रहे हैं। उनके मन में भय पैदा हो गया है। वह सिर्फ पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।
प्राथमिक विद्यालय पौंसारी के आंगन में मलबा भरा था। जिसे उठा लिया गया है। वहां अध्ययनरत बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षक रोजना कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। वहां राहत शिविर भी संचालित हो रहा है।
-गजेंद्र सिंह सौन, मुख्य शिक्षाधिकारी, बागेश्वर।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।