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    38th National Games: उत्‍तराखंड की झोली में पहला पदक, सुनार गांव की ज्योति ने वुशु में जीता Bronze

    Updated: Thu, 30 Jan 2025 06:24 PM (IST)

    38th National Games 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की बेटी ज्योति वर्मा ने वुशु में कांस्य पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है। कांडा के सुनार गांव की रहने वाली ज्योति ने अपनी मेहनत और लगन से यह उपलब्धि हासिल की है। उनकी मां भी बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं। गांव में ज्योति की जीत का जश्न मनाया जा रहा है।

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    38th National Games: ज्योति ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की झोली में पहला मेडल डाला। Jagran

    घनश्याम जोशी, जागरण बागेश्वर : 38th National Games: कांडा के सुनार गांव की ज्योति ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की झोली में पहला मेडल डाला है। उनकी मां भी मेडलों के साथ झूम उठी है। मां कालिका से बेटी के लिए गोल्ड की मनौती मांगी। ग्रामीणों ने खुशी में मिष्ठान भी वितरित किया।

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    गांव में खुशी का माहौल

    कांडा पड़ाव के सुनार गांव निवासी गंगा लाल वर्मा जनरल स्टोर चलाते हैं। उनकी बेटी ज्योति वर्मा उर्फ रबीना ने राष्ट्रीय खेल वुशु में कांस्य पदक जीता है। जिससे गांव में खुशी का माहौल है।

    दैनिक जागरण से बातचीत में ज्योति ने कहा कि वह दो भाई-बहन हैं। छोटा भाई पुष्पेश वर्मा कोचिंग कक्षाएं संचालित करता है। घर की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। उन्होंने बालिका इंटर कालेज कांडा से हाईस्कूल तथा राइंका कांडा से विज्ञान वर्ग में इंटर की परीक्षा पास की।

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    वर्ष 2016 में वह पुलिस में भर्ती हो गईं। वह एथेलीट थीं। पुलिस में जाने के बाद वुशु खेल सीखा। वर्ष 2021 से लगातार इस खेल में मेहनत की। सरकार ने भी कैंप दिया। बेहतर मौका मिला। सुबह पांच बजे से पहले प्रशिक्षण के लिए वर्क आउट किया।

    मार्शल आर्ट वुशु की चांगक्वान प्रतियोगिता में कांस्य पदक

    38 वीं राष्ट्रीय खेलों में मार्शल आर्ट वुशु की चांगक्वान प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता है। इससे पहले सीनियर नेशनल 2023 में कांस्य, वर्ष 2024 में गोल्ड तथा कांस्य पदक जीत चुकीं हैं। उनका लक्ष्य आगे भी बेहतर करने का है। वह खेल को अब छोड़ना भी नहीं चाहतीं हैं। गोल्ड तक पहुंचने के लिए फिर से मेहनत करेंगी। उनकी मां भावना वर्मा गृहणी हैं। बेटी को मिली सफलता पर उसके मेडल को हाथ में लेकर झूम रहीं हैं।

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    बचपन से एक्टिव थी रबीना

    गांव के सामाजिक कार्यकर्ता विरेंद्र नगरकोटी ने कहा कि ज्योति को गांव में रबीना के नाम से जानते हैं। वह बचपन से मेधावी है। उसे गांव आने पर पुरस्कृत किया जाएगा। गांव के गंगा लाल वर्मा, अशोक जोशी, हीरा सिंह कर्म्याल, विधायक सुरेश गढ़िया आदि ने कहा कि ज्योति ने जिले का नाम रोशन किया है।

    पुलिस अधीक्षक ने दी बधाइयां

    राज्य को पहला पदक दिलाने वाली ज्योति अपने गृह जनपद में ही पुलिस में नियुक्त है। पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के ने कहा कि महिला आरक्षी की उपलब्धि पर विभाग गौरवाविंत है। वह एक होनहार, मेहनती महिला वुशु खिलाड़ी हैं। वर्तमान में देहरादून स्टेट पुलिस वुशु टीम में अभ्यासरत हैं। उन्होंने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।