उत्तराखंड में एस्मा लागू होने के बाद भी हड़ताल पर डटे उपनल कर्मी, सरकार को दी चेतावनी
उत्तराखंड में एस्मा लागू होने के बाद भी उपनल कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिसके कारण वे हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। प्रदेश सरकार के छह माह तक हड़ताल पर रोक लगाने के बाद भी उपलन कर्मियों ने अपना आंदोलन जारी रखा। कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदेश में एस्मा लागू होने के बाद भी गुरुवार को भी उपनल कर्मियों ने वन विभाग कार्यालय के बाहर नियमितीकरण की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से जल्द नियमितीकरण की मांग पूरी करने की बात कही।
कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले 20 वर्षों से अल्प वेतन में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नियमितीकरण की मांग लंबे समय से लंबित है और सरकार इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कर्मचारियों के पक्ष में निर्णय दिया है। इसके बाद भी उपेक्षा से उपनल कर्मी आहत है।
उपनल कर्मचारियों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेती, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रखा जाएगा। उन्होंने सभी उपनल कर्मियों से सरकार की तानाशाही के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। इस अवसर पर दिनेश परिहार, ललित कुमार, अंकित दुम्का, अशोक बोरा, ममता वर्मा, अवनि शाह, अमित बोरा, प्रियंका जीना, गोपाल जीना, संदीप भट्ट सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

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