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    उत्‍तराखंड में उठी सोनम वांगचुक को बिना शर्त रिहा करने की मांग, उग्र आंदोलन की भी चेतावनी

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 03:12 PM (IST)

    अल्मोड़ा में यूकेडी कार्यकर्ताओं ने सोनम वांगचुक की बिना शर्त रिहाई की मांग करते हुए तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने गैंरसैण को स्थायी राजधानी घोषित करने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और रोजगार उपलब्ध कराने की भी मांग की। वक्ताओं ने वांगचुक के योगदानों पर प्रकाश डाला और उनकी गिरफ्तारी की निंदा की। मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

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    मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। File

    जासं, अल्मोड़ा। उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रख्यात पर्यावरणविद् इंजीनियर समाज सुधारक व इनोवेटर सोनम वांगचुक को बिना शर्त रिहा करने की मांग उठाई है। मामले में यूकेडी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

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    मौके पर वक्ताओं ने कहा वांगचुक ने देश की रक्षा करने वाले सेना के लिए सोलर-हीटेड टेंट की तकनीक विकसित कर बर्फीले पहाड़ों में सेना के जवानों को सुगमता से रहने का अवसर प्रदान किया है। उनकी इस प्रतिभा को देखकर उन्हें ग्लोबल अवार्ड्स फार सस्टेनेबल आर्किटेक्चर 2017 एवं रमन मैग्सेसे अवार्ड 2018 जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

    कहा कि इसके अलावा उन्हें देश और दुनिया के देशों द्वारा दर्जनों पुरस्कारों से नवाजा गया है। दुनियाभर के आठ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने उन्हें डाक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई है। उन्होंने लद्दाख में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है।

    कहा कि चीन द्वारा भारत के भू-भाग पर अतिक्रमण के विरुद्ध आंदोलन चलाया और लद्दाख में चीन में निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार किया। कहा कि ऐसे व्यक्ति को देशद्रोह जैसे संगीन अपराध में गिरफ्तारी से दुनिया के देशों में भारत की प्रतिष्ठा कम हुई है। यहां उक्रांद जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह रौतेला, विरेंद्र सिंह बंगारी आदि मौजूद रहे।

    ये मांगें भी उठाई

    यूकेडी ने वांगचुक की रिहाई के अलावा उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैंरसैण घोषित करने, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने, रोजगार उपलब्ध कराने आदि भी मांग की।

    कहा कि विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन की खुली लूट मची हुई है। महंगाई जमाखोरी चरम पर है। सरकार जनता की मूलभूत समस्याओं के समाधान में नाकाम साबित हो रही है। कहा कि उत्तराखंड सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।