लोक निर्माण विभाग के सहायक और अधिशासी अभियंता के बीच खिची तलवारें
जेएनएन रानीखेत (अल्मोड़ा) सड़क निर्माण को लेकर अक्सर सुíखयों में रहने वाले लोनिवि (निम
जेएनएन, रानीखेत (अल्मोड़ा): सड़क निर्माण को लेकर अक्सर सुíखयों में रहने वाले लोनिवि (निर्माण खंड) में इन दिनों अंदरूनी घमासान चरम पर है। सहायक अभियंता व अधिशासी अभियंता के बीच तलवारें खिची पड़ी हैं। एई ने ईई पर शासन व उच्चाधिकारियों के नाम पर धन की वसूली तथा एसीआर खराब करने की धमकी का गंभीर आरोप लगाते हुए अधीक्षण अभियंता को गोपनीय शिकायती पत्र लिखा है। यही नहीं दबाव में लेकर फर्जी लागबुक भरवाने की तोहमत मढ़ते हुए स्थानांतरण मांगा है। सूत्र बताते हैं कि उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ को पत्र की प्रतिलिपि भेजे जाने से मामला जिला मुख्यालय से देहरादून तक चर्चाओं में है। हालांकि विभागीय अधिकारी एई व ईई के बीच किसी तरह के विवाद तथा शिकायती पत्र दिए जाने से साफ इनकार कर रहे हैं। मगर विभाग में हलचल काफी है।
लोनिवि के माल रोड रानीखेत स्थित निर्माण खंड कार्यालय में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्रों की मानें तो सहायक अभियंता डीएस नेगी व अधिशासी अभियंता एमसी जोशी के बीच वैचारिक लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। बीती पांच नवंबर को अधीक्षण अभियंता (प्रथम वृत्त) अल्मोड़ा डीएस ह्यांकी को ईई के खिलाफ एई का मिला शिकायती पत्र इसकी तस्दीक कर रहा है। पत्र में एई डीएस नेगी ने ईई पर अपने निजी स्वार्थों के लिए बार बार मानसिक उत्पीड़न, विभागीय वाहन का अपने निजी कार्यों में प्रयोग तथा बार बार शासन व उच्चाधिकारियों के नाम से धन की वसूली खंड तथा देहरादून में की जा रही है। इसमें देरी होने पर पत्र लिख उनकी व्यक्तिगत पत्रावली में जमा कराए जाने के आरोप लगाए हैं।
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मामला जानकारी में नहीं है। बीच में छुट्टियां रहीं। अब कार्यालय खुले हैं। पत्र मिलेगा तो पता लगाएंगे। साक्ष्य मंगाए जाएंगे। तभी पता लगेगा कि कौन गलत है कौन सही। आरोप कोई भी लगा सकता है। पहले सुना था कुछ विवाद चल रहा है। एई ने वीआरएस भी मांगा था। पिछले दो साल से कुछ चल रहा है। लिखित में कुछ आएगा तो देखेंगे।
- डीएस ह्यांकी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि अल्मोड़ा
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ऐसा कुछ नहीं है। कोई वैचारिक मतभेद भी नहीं हैं। हो सकता है काम ज्यादा हो गया हो। काम तो करना ही होगा। मेरे खिलाफ शिकायती पत्र क्यों दिया है यह तो वही बता पाएंगे लेकिन मुझे कुछ पता नहीं है। छह सात पहले एई नेगी जी मेडिकल लीव पर रहे। स्थानांतरण मांग रहे हैं तो यह उनका अधिकार है लेकिन विवाद कुछ नहीं है।
- एमसी जोशी, अधिशासी अभियंता लोनिवि रानीखेत
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