संदिग्ध हालात में पेड़ से लटका मिला जलनिगम कर्मी का शव, स्कूटी ठीक कराने निकला था पर नहीं लौटा घर
रानीखेत में पेयजल निगम के कर्मचारी सुख बहादुर का शव पेड़ से लटका मिला। वह स्कूटी ठीक कराने निकला था लेकिन घर नहीं लौटा। मजखाली हाईवे के पास जंगल में उसका शव बरामद हुआ। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है क्योंकि वह कुछ दिनों से तनाव में था। फारेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। मामले की जांच जारी है।

जासं, रानीखेत। पेयजल निगम (निर्माण शाखा) के कर्मचारी का शव संदिग्ध हालात में पेड़ से लटका मिला। वह बीते रोज स्कूटी ठीक कराने निकला था मगर घर नहीं लौटा। उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि कर्मचारी के कुछ दिनों से तनाव में होने की बात भी सामने आई है। इसी आधार पर पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है। वहीं फारेंसिक टीम भी बुलाई गई।
मजखाली निवासी नेपाल मूल का 56 वर्षीय सुख बहादुर पुत्र गणेश बहादुर घिंघारीखाल स्थित पेयजल निगम की निर्माणशाखा में चतुर्थ श्रेणी पद पर तैनात था। बीते शनिवार की प्रात: वह करीब नौ बजे स्कूटी की सर्विसिंग कराने के लिए घर से निकला था। मगर देर रात तक नहीं लौटा तो चिंतित स्वजन ने इधर उधर पता किया। मजखाली चौकी पुलिस को भी बताया।
स्थानीय जगदीश देवराड़ी, दीपक अधिकारी, हरीश अधिकारी, हरीश डांगी, गणेश डांगी, प्रकाश सिंह, धीरज सिंह, सूरज सिंह आदि ग्रामीणों ने देर रात तक पुलिस कर्मियों के साथ ढूंढा लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं लगा। रविवार की सुबह घिंघारीखाल क्षेत्र में मजखाली अल्मोड़ा हाईवे किनारे सुख बहादुर की स्कूटी खड़ी दिखी तो मिली। इस पर एनएच के ऊपरी भूभाग पर सैन्य छावनी के जंगल में तलाशी अभियान चलाया गया।
हाईवे से डेढ़ किमी दूर लगभग नौ बजे चीड़ के पेड़ से लटका जल निगम कर्मी का शव बरामद कर लिया गया। सीओ विमल प्रसाद, कोतवाल अशोक धनकड़ व एसएसआई कमल हसन आदि घटना स्थल पर पहुंचे। जिला मुख्यालय से फारेंसिक टीम बुलाई गई। एई जल निगम जेएस तोमर, प्रकाश शर्मा, अर्जुन सिंह व राजीव लोचन जोशी आदि से जानकारी ली। कोतवाल के अनुसार सुख बहादुर कुछ दिनों से तनाव में था।

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