फल-फूलों के पौधों से कौशिकी की गोद भराई
वैश्विक महासंकट कोरोना से जूझने के बाद अब जीवनदायिनी कोसी व उसकी सहायक नदियों के पुनर्जनन को महा अभियान फिर शुरू होगा। गैरहिमानी नदियों को अत्याधुनिक भौगोलिक सूचना विज्ञान (जीआइएस) तकनीक के जरिये नया जीवन देने की कवायद के बीच नदी एवं जल संरक्षण की इस मुहिम को खास बनाने की अनूठी पहल की जा रही।

दीप सिंह बोरा, रानीखेत
वैश्विक महासंकट कोरोना से जूझने के बाद अब जीवनदायिनी कोसी व उसकी सहायक नदियों के पुनर्जनन को महा अभियान फिर शुरू होगा। गैरहिमानी नदियों को अत्याधुनिक भौगोलिक सूचना विज्ञान (जीआइएस) तकनीक के जरिये नया जीवन देने की कवायद के बीच नदी एवं जल संरक्षण की इस मुहिम को खास बनाने की अनूठी पहल की जा रही। सहायक नदियों के रिचार्ज जोन में वर्षा की बूंद बूंद भूमिगत जलभंडार तक पहुंचाने को यांत्रिक उपचार तो किए ही जाएंगे। कुंजगढ़ नदी के सौखोला रिचार्ज जोन में फल व फूलों की पट्टी विकसित कर माडल बनाया जाएगा। ताकि नदी पुनर्जनन के साथ रिचार्ज क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना ग्रामीणों को प्रेरित किया जा सके।
दधिचि अवार्डी बना रहे कार्ययोजना
कोसी पुनर्जनन महाअभियान के जनक नेशनल जीयो स्पेशल चेयरप्रोफेसर (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) प्रो. जीवन सिंह रावत की अगुआई में दधिचि अवार्डी प्रकाश जोशी इन दिनों कार्ययोजना को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। ताकि इसे राज्य का माडल रिचार्ज जोन बना अन्य जिलों को भी नदी पुनर्जनन की मुहिम से जोड़ा जा सके। कोसी की सखी कुंज पर नजर
कौशिकी की सहायक नदी कुंजगढ़ 80 के दशक तक 22 किमी के दायरे में फैली थी। ताड़ीखेत के फल्दाकोट व धुराफाट पट्टी में 80 से च्यादा गांवों के बाशिदों की प्यास बुझा खेतों को सींचने वाली कुंज अब विलुप्ति की कगार पर है। गैरहिमानी नदियां बचाने को बीते तीन दशक से शोध में जुटे प्रो. जीवन सिंह रावत ने 2016 में कुंज को मौसमी नदियों की सूची में शामिल किया। साथ ही उसे पुनर्जीवित करने को जीआइएस तकनीक पर शोध कर उसके सात प्रमुख रिचार्ज जोन व सैकड़ों स्त्रोतों का पता लगाया था। डीएम की अध्यक्षता में कोसी के 14 रिचार्ज जोन के लिए नियुक्त 15 नोडल अधिकारियों को जीआइएस आधारित मानचित्र उपलब्ध कराए गए। माइक्रो प्लान अप्रैल तक पूरे करने होंगे। मई से यांत्रिक उपचार शुरू किया जाएगा। कुंज के लिए पहल सराहनीय है।
- प्रो. जीवन सिंह रावत, नेशनल जीयो स्पेशल चेयरप्रोफेसर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी भारत सरकार' कुंज नदी के सौखोला को राज्य का माडल रिचार्ज जोन बनाना हमारा मकसद है। यहां फल व फूलों के पौधे लगा इसे सुंदर बनाएंगे। मृदा व जल संरक्षण में सहायक बहुपयोगी पौधे भी लगाएंगे। प्रो. रावत जी के निर्देशन में यांत्रिक उपचार पर भी पूरा फोकस किया जाएगा।
- दधिचि अवार्डी प्रकाश जोशी, कुंजगढ़ नदी पुनर्जनन समिति सदस्य
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