Almora: केआरसी मुख्यालय रानीखेत में जुटेंगे पूर्व फौजी, वीर नारियों होंगी सम्मानित
भारतीय सेना की मध्य कमान द्वारा 28 सितंबर को एक विशाल पूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया जा रहा है। कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर के सोमनाथ मैदान में होने वाले इस *सम्मान समारोह* में वीर नारियों और वरिष्ठ दिग्गजों को सम्मानित किया जाएगा। सेवारत सैन्य अफसर और भूतपूर्व सैनिक आपस में संवाद करेंगे। रैली में पेंशन स्वास्थ्य रोजगार और पुनर्वास जैसी सुविधाओं के स्टाल भी लगाए जाएंगे।

जासं, रानीखेत। भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर (केआरसी) मुख्यालय में भूतपूर्व फौजियों का जमावड़ा लगेगा। अब तक लाखों जांबाज तैयार कर चुका ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान इस गौरवशाली पल का गवाह बनेगा। वृहद पूर्व सैनिक रैली की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
28 सितंबर को पुनर्मिलन समारोह की तर्ज पर आहूत इस रैली में मौजूदा सैन्य अफसर व सैनिक तथा भूतपूर्व जांबाज विचार साझा करेंगे। देश की अमूल्य सेवा करने वाले वरिष्ठ जांबाज व वीर नारियों को सम्मानित भी किया जाएगा। साथ ही विभिन्न समस्याओं के निदान व सेवा सुविधा को स्टाल भी लगाए जाएंगे।
केआरसी मुख्यालय में जीएसओ-वन प्रशिक्षण अधिकारी कार्यालय के अनुसार 28 सितंबर को आहूत पूर्व सैनिक रैली प्रात: नौ बजे से शुरू होगी। चूंकि भारतीय सेना का अपने दिग्गजों के साथ एक स्थायी बंधन है और उनका कल्याण फौज की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यह रैली भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों, बलिदानी सपूतों की वीर नारियों व परिवारों को सम्मान व देखभाल की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह आयोजन देशसेवा कर चुके जांबाजों के प्रति आभार जता उनकी हरसंभव सहायता करने का एक अवसर है। केआरसी की ओर से सभी पूर्व सैनिकों व उनके स्वजन से रैली में पहुंच सुविधाओं व सेवाओं का लाभ उठाने की अपील की है।
रैली में यह होगा खास
- पेंशन व दस्तावेजीकरण काउंटर: इसमें पेंशन संबंधी मामलों का समाधान होगा। दस्तावेज़ीकरण की विसंगतियां दूर की जाएंगी।
- कल्याण व शिकायत निवारण: इसमें पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (इसीएचएस), सेना कल्याण प्लेसमेंट संगठन (एडब्ल्यूपीओ), स्वास्थ्य, पुनर्वास व अन्य कल्याण योजनाओं संबंधी प्रतिनिधि सहायता प्रदान करेंगे।
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं: इस स्टाल पर सेना व नागरिक चिकित्सालयों के चिकित्सक निश्शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर जरूरी मदद देंगे।
- रोजगार व पुनर्वासः इसमें पूर्व सैनिकों के पुनर्वास को नौकरी के अवसर, कौशल विकास व अन्य सरकारी योजनाओं से जोड़ने में मदद दी जाएगी।
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