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    Uttarakhand News: बीफार्मा व पॉलिटेक्निक के दो छात्र चरस के साथ गिरफ्तार, एक ने खुद को मर्चेंट नेवी का कर्मी बताया

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 04:53 PM (IST)

    उत्तराखंड के रानीखेत में पुलिस ने बीफार्मा और पॉलिटेक्निक के दो छात्रों को 1.43 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया। एक छात्र ने खुद को मर्चेंट नेवी का कर्मी बताया जिसकी जांच जारी है। पुलिस का नशामुक्त पहाड़ अभियान जारी है जिसके तहत पंचायत चुनाव के मद्देनजर चेकिंग बढ़ा दी गई है। शुरुआती जांच में छात्रों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है।

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    बीफार्मा व पालीटेक्निक के दो छात्र 1.43 किलो चरस के साथ गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, रानीखेत। बीफार्मा व पॉलिटेक्निक के दो छात्र 1.43 किलो चरस के साथ गिरफ्तार हुए हैं। पकड़ा गया एक आरोपित बीफार्मा का छात्र है। पूछताछ में उसने बताया कि पढ़ाई के बीच उसने मर्चेंट नेवी भी ज्वाइन कर ली थी। 

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    वहीं, तस्करी में लिप्त दूसरा युवक पॉलिटेक्निक का छात्र है। शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों छात्रों का पूर्व में कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वहीं मर्चेंट नेवी में कर्मचारी होने संबंधी तथ्य की गहन जांच की जा रही है।

    एसएसपी देवेंद्र पींचा के निर्देशन में पुलिस मिशन नशामुक्त पहाड़ अभियान चला रही है। पंचायत चुनाव के मद्देनजर सख्ती और बढ़ा दी गई है। सोमवार की प्रात: एएसपी हरवंश सिंह व सीओ विमल प्रसाद के निर्देशन में पुलिस सुभाष चौक क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी। 

    तभी अलग-अलग बाइक पर सवार दो युवकों को रोक पूछताछ की गई। संदेह पर तलाशी भी ली गई। आरोप है कि मुकेश सिंह पुत्र पुष्कर सिंह निवासी उमचिया गांव, तीजम के पास 710 ग्राम तथा अंकुश सिंह पुत्र नेत्र सिंह निवासी तीजम गांव (दोनों धारचूला) के पास से 725 ग्राम चरस बरामद हुई। 

    एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की गई। कोतवाल अशोक धनकड़ व एसएसआइ कमाल हसन के अनुसार 21 वर्षीय मुकेश हल्द्वानी के एक नामी संस्थान में बीफार्मा का छात्र है। 

    पढ़ाई के बीच वह मर्चेंट नेवी में चला गया। वह छह माह ड्यूटी करता है। इन दिनों वह छुट्टी पर आया था। 19 वर्षीय अंकुश अल्मोड़ा जिले के एक पॉलिटेक्निक संस्थान में छात्र है। बीते दिनों दोनों गांव गए थे। वहां रखी चरस को हल्द्वानी उठा ले गए। मगर बेच नहीं सके। 

    वापस गांव लौटने लगे तो अल्मोड़ा रूट पर निकलने के बजाय रानीखेत पहुंच गए और धरे गए। न्यायालय में पेशी के बाद आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिए गए। टीम में एसआइ बिशन लाल, कैलाश चंद्र, हेड कांस्टेबल फिरोज खान, कांस्टेबल देवेंद्र सिंह शामिल रहे।