ये कैसी व्यवस्था? उत्तराखंड के इस जिले में मौत के लिए देखना पड़ता है 'टाइम-टेबल'! तब हो सकेगा पोस्टमार्टम
अल्मोड़ा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में शव का पोस्टमार्टम किस दिन और कहाँ होगा यह अब मौत का दिन तय करेगा। मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए दिन निर्धारित किए हैं जिससे परिजनों को शव लेकर भटकना पड़ता है। सप्ताह के शुरुआती दिनों में बेस अस्पताल और बाद के दिनों में एनटीडी मोर्चरी में पोस्टमार्टम होता है जिससे लोगों को परेशानी होती है।

संतोष बिष्ट, अल्मोड़ा। अक्सर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव को लेकर सुर्खियों में रहने वाले अल्मोड़ा जिले में शव का पोस्टमार्टम कहां होगा यह मौत का दिन निर्धारित करता है। मेडिकल कालेज और स्वास्थ्य महकमे ने अपनी-अपनी सुविधा अनुसार सप्ताह में पोस्टमार्टम के दिन निर्धारित किए हैं।
सप्ताह के शुरुआती दिनों में जहां पोस्टमार्टम मेडिकल कालेज के अधीन बेस में होता है, वहीं बाद के दिनों में पोस्टमार्टम स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर एनटीडी स्थित मोर्चरी में करते हैं। ऐसे में शव को लेकर स्वजन को चक्कर काटना मजबूरी बन गया है।
जिले में स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग जैसे दो महत्वपूर्ण विभाग हैं। लेकिन यहां सुविधाओं का इतना अभाव है कि बेहतर इलाज तो दूर शव के पोस्टमार्टम तक करने के लिए दिन बांट दिए गए हैं। ऐसे में मौत चाहे किसी भी अस्पताल में हो, उसका पोस्टमार्टम चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा विभाग के नियम के अधीन उस मोर्चरी में होगा, जहां का दिन निर्धारित हैं।
सप्ताह के शुरुआती तीन दिन ही मेडिकल कालेज के अधीन बेस में पोस्टमार्टम की सुविधा मिलेगी, बाकी तीन दिन एनटीडी स्थित मोर्चरी की दौड़ लगानी पड़ती है। फिर चाहे मौत किसी भी अस्पताल में हुई हो।
नियमों के फेर में स्वजन काटते हैं चक्कर
इन नियमों के फेर में यदि किसी व्यक्ति की मौत सप्ताह के शुरुआती तीन दिन बाद बेस में भी होगी, तो तीमारदारों को उसके पोस्टमार्टम के लिए आठ किमी से अधिक दूरी तय कर एनटीडी मोर्चरी पहुंचना होगा।
ऐसा ही हाल जिला अस्पताल में यदि किसी की मौत शुरुआती तीन दिन में होगी तो तीमारदारों को छह किमी दूर बेस जाना होगा। या फिर पांच किमी दूर एनटीडी की दौड़ लगानी होगी। इन नियमों के फेर में जहां स्वजन पर आर्थिक भार पड़ता है। वहीं परेशानी भी झेलनी पड़ती है।
इस दिन यहां होगा पोस्टमार्टम
शुरुआत के तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को बेस व गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को एनटीडी मोर्चरी में पोस्टमार्टम होता है।
जब से मेडिकल कालेज के अधीन बेस अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम शुरू तब से शुरुआत की तीन दिन बेस के चिकित्सक शव का पोस्टमार्टम करते आ रहे हैं। शुरुआत के तीन दिन यहां पोस्टमार्टम किए जाते हैं।
प्रो. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य मेडिकल कालेज।
चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा विभाग के नियमों में अंतर हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से पहले सप्ताह पूरे दिन पोस्टमार्टम किए जाते थे। जब से मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम शुरू तब से सप्ताह के शुरुआती तीन दिन के अलावा एनटीडी स्थित मोर्चरी में पोस्टमार्टम किए जाते हैं।
डा. नवीन चंद्र तिवारी, सीएमओ अल्मोड़ा।
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