Almora News: ताल को आर्द्र भूमि घोषित करने को लेकर लोगों में भड़का आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
उत्तराखंड आर्द्र भूमि प्राधिकरण द्वारा तड़ागताल बरसाती झील को आर्द्र भूमि घोषित करने पर लोगों ने नाराजगी जताई है। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने झील को स्थायी बनाकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की है। उन्होंने आर्द्र भूमि योजना का विरोध करने और आंदोलन की चेतावनी दी है। लोगों का कहना है कि इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। उत्तराखंड आर्द्र भूमि प्राधिकरण की ओर से तड़ागताल बरसाती झील एरिया को आर्द्र भूमि घोषित किए जाने से लोग आक्रोशित हो चले हैं।
इस क्रम में यहां आहूत बैठक में जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने एक स्वर से इस पर कड़ा एतराज जताया तथा बरसाती झील को स्थायी झील बनाकर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की पुरजोर मांग उठाई। कहा कि वे आर्द्र भूमि प्लान का हर कीमत पर प्रबल विरोध करेंगे। इसके लिए आंदोलन की रणनीति पर भी मंत्रणा हुई।
तड़ागताल बरसाती झील को स्थायी झील के रूप में विकसित कर पर्यटन स्थल बनाने को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है। झील निर्माण के सर्वेक्षण, अनुसंधान व डीपीआर के लिए शासन से वर्ष 2019 में शासन से एक करोड़ 37 लाख की धनराशि स्वीकृत है।
दो चरणों के सर्वे के उपरांत एक और भू-गर्भीय सर्वे भी हो चुकी है, लेकिन अब इसे आर्द्र भूमि की परिधि में शामिल कर देने से लोग नाराज हैं। बुधवार को तड़ागताल सुधार समिति के आह्वान पर जाबर नंदा देवी मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में इसका विरोध करने का निर्णय लिया गया।
वक्ताओं ने आर्द्र भूमि प्लान को जनविरोधी करार दिया। कहा कि बगैर भूमिधरों की सहमति व राय से ताल को आर्द्र भूमि की परिधि में शामिल कर दिया गया है, जो सरासर स्थानीय लोगों के साथ धोखा है। कहा कि ताल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने से रोजगार के द्वार खुलेंगे तथा लोगों को कई सुविधाएं मिलेंगी।
अगली रणनीति पर चर्चा करते हुए तय हुआ कि यदि एक माह के भीतर निर्णय नहीं हुआ तो जनता आंदोलन करेगी। अगुवाई प्रधान गायत्री देवी व संचालन शिव कुमार ने किया।
बैठक में इन्होंने रखे विचार व सुझाव
पूर्व विधायक महेश नेगी, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, ब्लाक प्रमुख चेतना नेगी, पूर्व प्रमुख किरन बिष्ट, हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री कुबेर सिंह कठायत, भवानी देवी, गोपुली देवी, हीरा सिंह पटवाल, अध्यक्ष बुद्धि सिंह बिष्ट, जिपं सदस्य सरस्वती देवी किरौला, भुवन कठायत, कुंदन सिंह कठायत, आनंद सिंह किरौला, मदन खुराना आदि।
कार्यक्रम में चतुर सिंह पटवाल, बलवंत नेगी, दीपक नेगी, नंदन मेहरा, मुकेश पांडे, मनोज कुमार, क्षेपं सदस्य निकिता, फकीर सिंह, , खुशाल सिंह, नरेंद्र मेहरा, जीवन कठायत, दीपक कठायत, गुड्डू कठायत आदि रहे।
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