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    Cyber Fraud Alert: युवक से ठगे 45 हजार, कोतवाली में मामला दर्ज, दूसरे युवक के बैंक ने बचाए दो लाख रुपये

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 09:08 PM (IST)

    अल्मोड़ा के चौखुटिया में साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। बसभीड़ा के एक युवक से 45 हजार रुपये ठगे गए। ठग ने खुद को पीड़ित का चाचा बताकर पैसे मांगे थे। वहीं रामपुर में एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर 17 हजार रुपये ठगे गए। बैंक कर्मचारी की सतर्कता से पीड़ित के दो लाख रुपये बच गए। पुलिस मामलों की जांच कर रही है।

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    साइबर क्राइम: युवक से ठगे 45 हजार, कोतवाली में मामला दर्ज

    जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। चौखुटिया क्षेत्र में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ठग ने बसभीड़ा निवासी एक और युवक को अपने अपने जाल में घेर लिया तथा उससे 45 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित युवक ने कोतवाली में तहरीर दर्ज की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी यहां हाल ही में दो लोग साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं।

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    यह है पूरा मामला

    ब्लाक के बसभीड़ा गांव निवासी संजय किरौला ने चौखुटिया कोतवाली में तहरीर दी है। कहना है कि 19 सितंबर को दिन में 12.50 बजे उनके मोबाइल पर मोबाइल संख्या 9907318042 से कॉल आया कि मैं तुम्हरा चाचा मनेंद्र किरौला बोल रहा हूं और मैं आपके बैंक एकाउंट में 6,15000 की धनराशि भेज रहा हूं। मुझे वीजा मनवाना है और यह धनराशि कल रात तक आपके एकाउंट पहुंच जाएगी।

    कहा कि मैं तुम्हें एजेंट का नंबर दे रहा हूं, जो मेरा दिल्ली से वीजा बनवाएगा। उसे तुरंत 85 हजार भेज दो। उसने मुझे पूरी तरह विश्वास में ले लिया।

    नतीजा मैंने दो किस्तों में 45 हजार की धनराशि भेज दी तो फिर वह बोला 40 हजार और भेजो। तभी वीजा बन पाएगा। फिर धमकियां भी देने लगा। तब मुझे ठगी का एहसास हुआ तथा धनराशि नहीं भेजी। अब उन्होंने कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में कार्रवाई कर धनराशि वापस दिलाने की मांग की है।

    डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगे 17 हजार, बैंक ने बचाए दो लाख

    यहां रामपुर क्षेत्र के जमणियां गांव में भी साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आया है। जिन्हें एक महिला ने वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट कर 17 हजार 500 की धनराशि हड़प ली। गनीमत रही कि स्टेट बैंक शाखा कर्मी ने उन्हें और धनराशि भेजने से रोक लिया। इससे उनके दो लाख बच गए।

    पीड़ित आनंद गिरि ने बताया कि एक महिला का उन्हें वीडियो कॉल आया। जिसमें महिला ने धीरे धीरे उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया तथा दो लाख से अधिक की डिमांड कर डाली। मुझे इतना मानसिक प्रताड़ित कर दिया कि मैंने गूगल पे से 17 हजार 500 रुपये भेज दिए।

    बाकी दो लाख भेजने के लिए मैं रामपुर स्टेट बैंक शाखा में पहुंचा तो बैंक कर्मी जितेंद्र राठौर ने हाव-भाव को भांपते हुए मुझ से पूछ लिया तथा मैंने पूरा मामला बता दिया। ऐसे में राठौर के सूझबूझ व सतर्कता ने बडे साइबर फ्राड को विफल कर दिया तथा दो लाख की साइबर लूट बच गई।

    बैंक कर्मी ने लोगों से साइबर क्राइम से बचने की अपील की है। कहा है कि किसी भी अनजान फोन व वीडियो कॉल पर विश्वास न करें।