अल्मोड़ा में एड्स का बढ़ता खतरा, स्वास्थ्य विभाग चिंतित
अल्मोड़ा जिले में एड्स के मामलों में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल नौ महीने में 23 नए मामले सामने आए हैं जो पिछले सालों की तुलना में काफी अधिक हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसका मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध और नशीली दवाओं के इंजेक्शन का उपयोग है। जिले में उचित उपचार केंद्र की कमी से मरीजों को परेशानी हो रही है।

हेमंत बिष्ट, अल्मोड़ा। जिले में संक्रामक रोग एड्स में मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बार रोगों की संख्या ने पिछले कुछ सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस बार नौ माह के भीतर ही जिले में एड्स के 23 नए मरीज मिले है। जबकि पिछले पूरे साल में सात मामले सामने आए थे। लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021-22 में कुल 8,402 लोगों की एचआईवी जांच हुई, इसमें 14 लोगों पॉजिटिव आए। 22-23 में नौ हजार करीब जांचें हुई। इसमें 10 लोगों पॉजिटिव आए। जिसमें एक महिला और नौ पुरूष शामिल थे। 23- 24 में 11,000 जांचें हुई, जिनमें 17 लोग पॉजिटिव पाए गए।
सात महिलाएं और 10 पुरूष थे। 24-25 में 9,000 जांचें की गई, जिनमें छह लोग संक्रमित मिले। इसमें तीन महिलाएं, दो पुरूष और एक ट्रांसजेंडर है। 25-26 में जनवरी से अब तक 3,000 लोगों की जांच में 23 लोग पॉजिटिव आए। इनमें छह महिलाएं और 17 पुरूष है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग के लिए एक नई चुनौती बन गई है। विभाग के मुताबिक, इस बढ़ते संकट के पीछे नशे में प्रयोग होने वाली इंजेक्शन और असुरक्षित यौन संबंध मुख्य कारण हैं।
एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट केंद्र का अभाव
जिले में एड्स के इलाज के लिए एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट केंद्र नहीं होने से संक्रमित को काफी परेशानी का समाना करना पड़ा रहा है। उन्हें इलाज के लिए देहरादून और हल्द्वानी जैसे शहरों में दौड़ लगानी पड़ती है।
एड्स क्या है
एड्स की बीमारी एचआईवी नामक वायरस के शरीर में पहुंचने से होती है। एड्स संक्रमित व्यक्ति के शरीर शरीर में मौजूद सीडी-4 (टी सेल) कोशिकाओं को नष्ट करता है, जिससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। समय के साथ इन कोशिकाओं के नष्ट होने से शरीर कई तरह की बीमारियों की चपेट में आना शुरू कर देता है।
एड्स के फैलने के कारण
- असुरक्षित यौन संबंध
- रक्त और शारीरिक तरल पदार्थ
- संक्रमित सुई
एड्स के बचाव
एड्स से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं। हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें। सुई और सिरिंज जैसे इंजेक्शन उपकरण साझा करने से बचें।
जिले में एड्स की रोकथाम के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है। सरकारी अस्पतालों में एचआईवी की जांच की जा रही है।
-डा. नवीन तिवारी सीएमओ अल्मोड़ा
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