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    'कांवड़ियों को दंगाई-आतंकी बताकर बदनाम करने का रचा जा रहा षड्यंत्र', वाराणसी में बोले CM Yogi

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 08:15 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रियों को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने कांवड़ यात्रा को सामाजिक एकता का प्रतीक बताया और कहा कि कुछ लोग मीडिया ट्रायल के जरिये कांवड़ियों को बदनाम कर रहे हैं। सीएम ने मुहर्रम के दौरान सुरक्षा मानदंडों का पालन कराने की बात भी कही।

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    कांवड़ यात्रियों को दंगाई-आतंकी बताकर बदनाम करने का रचा जा रहा षड्यंत्र : योगी

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि कांवड़ यात्रियों को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उन्हें मीडिया ट्रायल का शिकार बनाकर आतंकी और दंगाई बताकर भारत की सांस्कृतिक विरासत का अपमान किया जा रहा है।

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    कुछ लोग फर्जी इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स के जरिये जातीय संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने समाज से एकजुट होकर ऐसे षड्यंत्रों का विरोध करने और शांति बनाए रखने की आवश्यकता बताई।

    योगी राजघाट स्थित वसंत महिला महाविद्यालय के भूगोल विभाग व भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के जनजातीय गौरव विशेष नवाचार के संयुक्त तत्वावधान से 'बिरसा मुंडा की विरासत: आदिवासी सशक्तीकरण और राष्ट्रीय आंदोलन उत्प्रेरक' विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

    सीएम ने कांवड़ यात्रा को सामाजिक एकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह हर वर्ग, जाति और संप्रदाय के लोगों को जोड़ती है। न कोई भेदभाव, न कोई ऊंच-नीच। कांवड़िये 300-400 किलोमीटर पैदल चलकर जल लेते हैं और 'हर हर, बम बम' का जाप करते हुए भक्ति में लीन रहते हैं।

    कुछ लोग मीडिया ट्रायल के जरिये कांवड़ियों को बदनाम कर रहे हैं, भारत की आस्था पर चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। एक पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि कुछ साल पहले आगजनी की एक घटना में एक व्यक्ति भगवा दुपट्टा पहनकर 'या अल्लाह' चिल्ला रहा था।

    ऐसे लोगों को चिह्नित कर समाज से बाहर करना होगा। यह वही वर्ग है, जिसने आदिवासियों को भड़काने और भारत के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। सीएम ने मुहर्रम के दौरान सुरक्षा मानदंडों का पालन कराने की बात भी कही।

    कहा कि सावन से एक महीने पहले मुहर्रम होता है। हमने ताजिया की ऊंचाई तय की, नहीं तो पेड़ काटने पड़ते या हाई-टेंशन तार हटाने पड़ते और बिजली आपूर्ति बाधित होती। जौनपुर की एक घटना का उल्लेख किया, जहां सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करके बनाया गया एक विशाल ताजिया हाई-टेंशन तार की चपेट में आ गया और तीन लोगों की जान चली गई।

    योगी ने कहा कि इसके बाद, सड़कें जाम करने और अशांति फैलाने की कोशिश की गई। मैंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सरकार ने मुहर्रम के दौरान प्रदेश में हथियारों के साथ विरोध प्रदर्शन रोकने के इंतजाम किए। पहले इन जुलूसों के कारण दंगे, आगजनी और तोड़फोड़ होती थी। बहन-बेटियों का सड़कों पर निकलना मुश्किल हो जाता था।

    सनातन परंपरा का आधार है जनजातीय समाज

    मुख्यमंत्री ने बिरसा मुंडा को राष्ट्रीय आंदोलन का उत्प्रेरक बताते हुए कहा कि जनजातीय समाज हर कालखंड में देश की रक्षा और संस्कृति के संरक्षण के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहा और हमारी विरासत- धरोहर को संरक्षित किया।

    जनजातीय समाज ने हर युग में सनातन धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष किया। बिरसा मुंडा ने अल्पायु में धरती माता और गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने का संदेश दिया। माता सीता का अपहरण हुआ, तब भगवान राम के पास अयोध्या या जनकपुर की सेना नहीं थी।

    जनजातीय समाज ने उनके साथ रावण के खिलाफ युद्ध लड़ा। महाराणा प्रताप ने अरावली के जंगलों में भटकते हुए जनजातीय समाज के सहयोग से अपनी सेना का पुनर्गठन कर अकबर से युद्ध किया। छत्रपति शिवाजी ने भी वनवासी समाज के सहयोग से हिंदवी साम्राज्य की स्थापना की।

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