पाकिस्तान से संबंध बिगड़ने पर ईरान से आने लगा सेंधा नमक, जानिए दोनों की गुणवत्ता में फर्क
असन्तुलित खानपान के चलते लोगों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों ने जन्म लेना शुरू कर दिया है। इसमें सफेद नमक भी शामिल है जिसके चलते उच्च रक्त चाप की समस्या बढ़ी है। ऐसे में लोगों ने नियमित खाने में सेंधा नमक का उपयोग शुरू कर दिया है।

वाराणसी [अरुण मिश्र]। आजकल असन्तुलित खानपान के चलते लोगों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों ने जन्म लेना शुरू कर दिया है। इसमें सफेद नमक भी शामिल है जिसके चलते उच्च रक्त चाप की समस्या बढ़ी है। ऐसे में लोगों ने नियमित खाने में सेंधा नमक का उपयोग शुरू कर दिया है। यही कारण है कि पहले जहां त्योहारों के मौके पर सेंधा नमक की मांग बढ़ती थी अब हर महीने 100 टन खपत हो रही है। दरअसल, इन दिनों वाराणसी की मंडियों में पाकिस्तान के साथ ईरान से बड़ी मात्रा में सेंधा नमक आ रहा है। इसकी बड़ी वजह 2019 में पुलवामा की घटना है, जिसके बाद पकिस्तान के समान पर भारत सरकार ने 200 फीसद आयात शुल्क लगाया था। अब मांग की 90 फीसद नमक ईरान से आ रहा है।
पाकिस्तान के नमक की अधिक डिमांड : पाकिस्तान व ईरान के सेंधा नमक में अंतर है। पाकिस्तान का जहां लाल- सफेद रंग लिए रहता है वहीं ईरान का सेंधा नमक लाल-नारंगी रंग का होता है। ईरान से शून्य आयात शुल्क है जबकि पाकिस्तान के समान पर 200 फीसद है। महंगा होने के कारण अब ईरान से नमक आने लगा है।
बहरहाल, ईरान से पहले पशुओं के लिए यहां सेंधा नमक आता था, लेकिन अब अच्छे खदान से बढ़िया सेंधा नमक देना शुरू किया है। पाकिस्तानी नमक 32-35 रुपये में है। यहां 10 रुपये प्रतिकिलो है तो 20 रुपये टैक्स है। ऐसे में दाम 30 रुपये हो गया है। वहीं ईरान का नमक दो या तीन रुपये पड़ता है। भाड़ा जोड़कर भी 10 रुपये ही पड़ता है।
कोरोना काल मे सेंधा नमक की बढ़ी है उपयोगिता : कोरोना काल में लोगों ने अधिक मात्रा में खाना शुरू किया है। इसकी बिक्री तीन से चार गुना बढ़ी है। पूर्वांचल समेत बिहार व झारखंड के कई जिलों में भी भेज जाता है। विशेश्वरनाथ व गोला दीनानाथ की मंडियों से पूरे क्षेत्र को कवर किया जाता है। खड़ा ईरानी नमक 16 रुपये प्रतिकिलो है। यही 50 किलो की बोरी 800 रुपये में बिक रही है। सेंधा नमक में मिनरल की मात्रा अच्छी होती है। आयुर्वेदाचार्यों के मुताबिक सेंधा नमक में आयरन, फास्फोरस, मैगनीज समेत 64-65 प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं। ये सभी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।
गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर उतरता है समान : गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर ईरान से सेंधा नमक उतरता है। यहां से वाराणसी आता है। वैसे मुम्बई में आयातक हैं, जिसके जरिये नमक यहां मंगाया जाता है। काशी किराना व्यापार मंडल गोला दीनानाथ के प्रभात कुमार बताते हैं कि कोरोना से पहले त्योहार नवरात्र, सावन, महाशिवरात्रि, चैती नवरात्रि, जन्माष्टमी में नमक की मांग बढ़ती थी। अब हर समय इसकी मांग है।
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