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Railway Board के पहले सीईओ बने बलिया के विनोद यादव, गृह जनपद से भेज रहे बधाई संदेश

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को बोर्ड का प्रथम सीईओ बनने का गौरव हासिल हुआ है। सीईओ बनने पर उनके गांव और बलिया में हर्ष का माहौल है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 07:40 PM (IST)
Railway Board के पहले सीईओ बने बलिया के विनोद यादव, गृह जनपद से भेज रहे बधाई संदेश
Railway Board के पहले सीईओ बने बलिया के विनोद यादव, गृह जनपद से भेज रहे बधाई संदेश

बलिया, जेएनएन। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को बोर्ड का प्रथम सीईओ बनने का गौरव हासिल हुआ है। सीईओ बनने पर उनके गांव और जनपद में हर्ष का माहौल है। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों व विशिष्टजनों ने उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इससे पहले मंत्रिमंडल ने रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके सदस्यों की संख्या 8 से घटाकर 5 कर दी गई है। केंद्रीय कैबिनेट ने पिछले साल 24 दिसंबर को रेलवे के संगठनात्मक पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके करीब नौ महीने बाद बुधवार को सरकार ने रेलवे बोर्ड मेंबर्स के पदनाम (डेजिगनेशन) बदल दिए।

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चेयरमेन और सीईओ अब कैडर कंट्रोङ्क्षलग ऑफिसर होगा़ जो डीजी (एचआर) की मदद से मानव संसाधनों के लिए जिम्मेदार होगा। विनोद यादव 1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स हैं। इससे पहले कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने विनोद कुमार यादव के रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में एक वर्ष के लिए (1 जनवरी, 2020 से प्रभावी) पुनर्नियुक्ति (सेवा विस्तार) को मंजूरी दिया था।

सुकरौली गांव के निवासी हैं वीके यादव

जनपद के आखिरी छोर पर बैरिया तहसील के सुकरौली गांव के निवासी हैं वीके यादव। उनके गांव के निवासी पूर्व प्रधान शिवकुमार यादव बताते हैं कि वह अपने संघर्ष के बल पर इस शीर्ष पद पर पहुंचे हैं। उनके पिता शीतल प्रसाद यादव सीडीओ आफिस बलिया में बाबू के पद कार्यरत थे। दो भाइयों में विनोद यादव सबसे बड़े हैं। इनके छोटे भाई गोङ्क्षवद यादव का देहांत हो चुका है। इनके बड़े पिता बनवारी यादव 1974 में द्वाबा (वर्तमान में बैरिया विस क्षेत्र) के विधायक रहे हैं। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल से शुरू हुई। फिर  गांव के नरहरी बाबा इंटर कालेज से हाईस्कूल की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद राजकीय इटर कालेज से उन्होंने 12वीं की परीक्षा टॉप की।

इलाहाबाद से इंजीनियरिंग करने के बाद अस्ट्रेलिया से मास्टर ड्रिग्री प्राप्त की। वीके यादव वर्ष-- 2012 में लखनऊ मंडल के डीआरएम भी रहे। इनका विवाह पूव मंत्री बलराम यादव की पुत्री से हुई है। 1982 में रेलवे में असिस्टेंट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले यादव ने उत्तर रेलवे में चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, लखनऊ के डीआरएम, दिल्ली के एडीआरएम लखनऊ लोको वर्कशॉप के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। सामाजिक कार्यकर्ता रिपुन्जय रमण पाठक रानू ने वी.के.यादव की नियुक्ति को जनपद के लिए  गर्व की बात बताते हुए मोबाइल पर उन्हें बधाई दी।


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