वाराणसी में पश्चिमी विक्षोभ के कारण साढ़े चार डिग्री तक गिरा न्यूनतम तापमान, न्यूनतम पारा 8.8 डिग्री तक पहुंचा
वाराणसी में पश्चिमी विक्षोभ के कारण न्यूनतम तापमान में साढ़े चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जिससे पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इस ब ...और पढ़ें

मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर-पश्चिम से आ रही ठंडी हवा ने शुक्रवार को दम दिखाया और न्यूनतम तापमान लगभग साढ़े चार डिग्री तक गिर गया और सामान्य से दो से 3.4 डिग्री तक नीचे आ गया। इससे रात की ठंड काफी बढ़ गई। सुबह और शाम गलन में वृद्धि होने से बुजुर्ग अलाव का सहारा ले रहे तो नौजवानों ने भी अपने गर्म कपड़ों की मोटाई बढ़ा दी।
मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान है कि तापमान में गिरावट का यह क्रम शनिवार के बाद थम जाएगा और फिर सोमवार से इसमें क्रमश: हल्की वृद्धि आरंभ होगी। हालांकि ठंड में बहुत कमी नहीं आएगी, फिर भी इसकी वृद्धि रुकने से गलन कम होना शुरू हो जाएगी।
शनिवार को न्यूनतम तापमान 25.0°C दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.6 डिग्री कम दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 8.8°C दर्ज किया गसा जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम रहा। आर्द्रता न्यूनतम 62% और अधिकतम 76% दर्ज किया गया। मौसम विभाग के सैटेलाइट तस्वीरों में राजस्थान तक पश्चिमी विक्षोभ का असर दिख रहा है जबकि इसके पूर्वांचल तक आने के बाद गलन का संकेत है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते शुक्रवार को बाबतपुर क्षेत्र में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान में 4.2 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे आठ पर आ गया। अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की ही कमी आई और यह सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे 25 डिग्री सेल्सियस पर चला गया।
जबकि बीएचयू क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे नौ पर आ गया। अधिकतम तापमान में 0.9 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे 23.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा। न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आने से रात की ठंड काफी बढ़ गई।
ठंड का अगला दौर बुधवार से हो सकता शुरू
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इस गुजर रहे पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव रविवार से कम होना आरंभ हो सकता है और सोमवार से तापमान में हल्की वृद्धि शुरू हो सकती है। इसके पीछे एक और पश्चिमी विक्षोभ है जो अफगानिस्तान की सीमा के उस पार है। अभी इधर तक पहुंचने में पांच-छह दिन लग सकते हैं। संभावना है कि ठंड का अगला तेज दौर बुधवार या उसके बाद आरंभ हो सकता है।

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