Sawan 2025: आधी रात उतरा सावन, घुला रंग केसरिया; VIP दर्शन पर रोक
काशी में सावन मास का आरंभ हो गया है और बाबा विश्वनाथ धाम में भक्तों के स्वागत के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। वीआईपी दर्शन बंद कर दिए गए हैं और हर सोमवार को बाबा का विशेष श्रृंगार होगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वास्थ्य और परिवहन की व्यवस्था की गई है। घर बैठे दर्शन के लिए ऑनलाइन स्ट्रीमिंग भी उपलब्ध है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। गुरु चरण वंदन कर आषाढ़ मास ने पूर्णता प्राप्त की और गुरुवार आधी रात बाबा विश्वनाथ को मनभावन सावन उतर आया। काशी के वातावरण में केसरिया रंग घुला और कांवरियों के स्वरों में गूंजते हर हर महादेव के उद्घोष ने यह संदेश शिव भक्तों तक पहुंचाया। मास विशेष में श्रद्धालुओं के स्वागत-सत्कार के लिए विश्वनाथ धाम में छांव और गुड़-पानी संग रेड कारपेट बिछा दी गई।
हेलीकाप्टर से सुरक्षा निगरानी और अगवानी में फूल भी बरसाए जाएंगे। बाबा के दरबार में सभी एक रंग नजर आएंगे। इसके लिए सावन आरंभ होते ही प्रोटोकाल दर्शन यानी वीवीआइपी दर्शन सुविधा पूरी तरह बंद कर दी गई।
सावन गुरुवार आधी रात के बाद 2:06 बजे लगा। उदयातिथि अनुसार सावन आरंभ का मान शुक्रवार से है। इस बार सनातन श्रद्धा का विशेष मास सावन पूरे 30 दिन का है। हालांकि तिथियों में उतार-चढ़ाव जरूर है, इससे कृष्ण पक्ष में त्रयोदशी का अभाव है तो शुक्ल पक्ष में अष्टमी की वृद्धि रहेगी। समापन नौ अगस्त को होगा।
चार सोमवार, बाबा का अलग रूप शृंगार
सावन में इस बार चार सोमवार पड़ रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में परंपरानुसार हर सोमवार बाबा का अलग-अलग रूप में शृंगार किया जाएगा। रात की शृंगार आरती के समय रात 8.30 बजे इस विशेष झांकी के दर्शन होंगे। इसके अलावा सावन पूर्णिमा पर शिव परिवार का झूला शृंगार किया जाएगा।
- 14 जुलाई : प्रथम सोमवार - बाबा की चल प्रतिमा का शृंगार
- 21 जुलाई : द्वितीय सोमवार - गौरीशंकर स्वरूप शृंगार
- 28 जुलाई : तृतीय सोमवार - अर्धनारीश्वर शृंगार
- 04 अगस्त : चतुर्थ सोमवार - रुद्राक्ष शृंगार
- 09 अगस्त : श्रावणी पूर्णिमा - वार्षिक झूला शृंगार
बीमारों को दवा, असहायों को ई-रिक्शा
इस बार हर वर्ष की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु आने की संभावना जताई जा रही है। भीड़ अधिक होेने से दर्शन की कतार में तीन-चार घंटे का समय लग सकता है। इसे देखते हुए आपात स्थिति में चिकित्सा के लिए परिसर में पांच हेल्थ केयर सेंंटर बनाए गए हैं।
डाक्टर-एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। गुड़-पानी के साथ ग्लूकोज, ओआरएस घोल, सूक्ष्म जलपान व बच्चों के लिए बिस्किट, टाफी, चाकलेट आदि का प्रबंध किया गया है। मंदिर मार्ग को वाहन निषद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है।
इससे ढाई-तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ सकता है। अत: अशक्त श्रद्धालुओं के लिए मैदागिन से गेट नंबर चार तक निश्शुल्क ई-रिक्शा का प्रबंध किया गया है।
घर बैठे बाबा का दर्शन, घाट से स्टेशन तक झांकी
स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर के साथ ही नगर के विभिन्न स्थलों पर बाबा विश्वनाथ की आरती व शृंगार दर्शन की डिजिटल व्यवस्था की गई है। इसका एलईडी पर सजीव प्रसारण किया जाएगा। साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी बाबा के दर्शन की आनलाइन स्ट्रीमिंग की जाएगी ताकि जो श्रद्धालु धाम तक किसी कारणवश न पहुंच सकें, वे घर बैठे भी दर्शन कर सकें।
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