वाराणसी में संत रविदास मार्ग पर बहते सीवर में बैठकर स्नान और थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन, देखें वीडियो...
वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर में सड़क की जर्जर हालत और जलजमाव के कारण निवासियों ने अमन यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने थाली बजाकर और सीवर में बैठकर नाराजगी जताई। अमन यादव ने चेतावनी दी है कि दो दिन में समस्या का समाधान न होने पर वे नगर निगम के सामने भूख हड़ताल करेंगे।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। संत रविदास जन्मस्थान सीर गोवर्धनपुर मंदिर से रमना मुख्य मार्ग की जर्जर स्थिति और जलजमाव के कारण क्षेत्र के निवासियों ने एक बार फिर से अमन यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने थाली बजाते हुए सीवर में बैठकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। सपा नेता अमन यादव ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिन के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे नगर निगम के समक्ष भूख हड़ताल करेंगे।
देखें वीडियो :
#Varanasi : @samajwadiparty की ओर से बनारस के संत रविदास मार्ग पर सीवर में बैठकर प्रदर्शन किया गया। pic.twitter.com/WaDwovVGAr
— Abhishek sharma (@officeofabhi) October 5, 2025
सीर गोवर्धनपुर वार्ड नंबर 23 में स्थित संत रविदास पार्क के सामने का मुख्य मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पिछले छह महीनों से सीवर का पानी सड़क पर बह रहा है।
लोगों ने बताया कि सड़क की इस गंभीर समस्या से परेशान होकर लोगों ने कई बार धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन अधिकारियों ने केवल खानापूर्ति की और वापस लौट गए।
इस बाबत रविवार को सपा के अमन यादव ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारी यह कहते हैं कि बजट खत्म हो गया है, जबकि इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु, स्कूली बच्चे और हाइवे से सैकड़ों वाहन बीएचयू और शहर की ओर आते-जाते हैं। इसके साथ ही लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गड्ढे में गिरकर कई लोगों के हाथ-पैर टूट चुके हैं। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जयंती के समय वीआईपी आगमन को लेकर हर वर्ष सड़क का निर्माण किया जाता है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद वह फिर से जर्जर हो जाती है। कई बार सीवर के लिए पाइप डाले गए, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से लाल बहादुर यादव, बाबूलाल यादव, मुसन्न यादव, कुंदन यादव, बुल्ला यादव, गोलू यादव, हिमांशु प्रजापति और महेंद्र प्रजापति उपस्थित रहे।
स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि यदि समस्या का समाधान शीघ्र नहीं किया गया, तो वे और अधिक कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे। इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन से यह स्पष्ट होता है कि स्थानीय लोग अपनी समस्याओं के प्रति कितने गंभीर हैं और वे अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं।
इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम को चाहिए कि वह शीघ्रता से इस समस्या का समाधान करे, ताकि क्षेत्र के निवासियों को राहत मिल सके और उनकी दैनिक जीवन की गतिविधियों में कोई बाधा न आए।
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