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    लगातार दूसरे दिन शीत दिवस की चपेट में बनारस, 30 उड़ानें निरस्त

    By shashwat mishraEdited By: Jagran News Network
    Updated: Sat, 20 Dec 2025 12:53 AM (IST)

    जागरण संवाददाता वाराणसी ...और पढ़ें

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    लगातार दूसरे दिन शीत दिवस की चपेट में बनारस, 30 उड़ानें निरस्त

    जागरण संवाददाता, वाराणसी : ऊपरी क्षोभ मंडल में उत्तर भारत से होकर गुजर रही उष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम के प्रभाव से छाए घने कोहरे से आच्छादित पूर्वांचल में बनारस दूसरे दिन अति शीत दिवस से शीत दिवस की श्रेणी में आ गया। यानी अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री से अधिक 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। घने कोहरे के चलते दृश्यता 100 से 800 मीटर तक रही। इसके चलते वाहनों को लाइट जलाकर नियंत्रित गति में चलना पड़ा। दोपहर में कुछ पल के लिए कोहरे की ओट से सूर्यदेव झांके तो अवश्य किंतु निस्तेज ही रहे। पूरे दिन छाए कोहरे के चलते 30 उड़ानें निरस्त कर दी गईं, कई विलंबित रहीं। इसी तरह कैंट, बनारस, वाराणसी सिटी और काशी स्टेशन से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा। दो ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया और कई ट्रेनें दो घंटे से लेकर 13 घंटे तक विलंबित रहीं। दोपहर ढलते ही गलन ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए और लोग अलाव के इर्द-गिर्द सिमटने लगे, जो बाहर थे वे जल्द से जल्द अपने घरों की ओर लौटने की जुगत में लग गए।

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    शुक्रवार को दूसरे दिन भी सुबह घने कोहरे में लिपटी और शीत से कठुआई रही। बाद में तापमान में वृद्धि अवश्य हुई लेकिन ठंड व गलन का प्रभाव बना रहा। शहर से लेकर गांव तक ठिठुरन और कोहरे की परत छाई रही। दोपहर में 1:30 बजे के आसपास सूरज के दर्शन आसमान में अवश्य हुए परंतु बिल्कुल निस्तेज, उनकी किरणें कोई प्रभाव नहीं डाल सकीं और शीघ्र ही वे पुन: कोहरे की धुंध में खो गए। बाबतपुर क्षेत्र में अधिकतम तापमान में 24 घंटे की सापेक्ष 4.6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई फिर भी यह सामान्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे 18.4 रहा। इसके चलते पूरा क्षेत्र शीत दिवस की श्रेणी में रहा। वहां न्यूनतम तापमान भी 1.3 डिग्री सेल्सियस बढ़ा और सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस अधिक 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा। बीएचयू क्षेत्र में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई फिर भी यह सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान में 0.4 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक 12.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस बीच आर्द्रता 93 प्रतिशत तक बनी रही। भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी दो दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रह सकती है, घने कोहरे का साया चहुंओर बना रहेगा। इसके बाद सोमवार से तापमान थोड़ा बढ़ेगा और कोहरे का घनत्व कम होगा।

    घने कोहरे के लिए रेड अलर्ट जारी : भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को भी पूर्वांचल के बनारस सहित आजमगढ़, मऊ, बलिया जनपदों में शीत दिवस बने रहने का येलो अलर्ट तथा घने कोहरे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

    तीन दिनों के लिए रेड व आरेंज अलर्ट : भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। बनारस सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों में अत्यंत घना कोहरा छाया रह सकता है। इसके चलते शुक्रवार को भी बनारस समेत प्रयागराज, मीरजापुर, चंदौली, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, कुशीनगर एवं आसपास के इलाकों में अत्यधिक शीत दिवस की स्थिति बनी रह सकती है।

    मणिकर्णिका घाट पर दाह संस्कार के लिए घंटों प्रतीक्षा : भीषण ठंड व शीतलहर के चलते मणिकर्णिका घाट पर शवों की संख्या बढ़ गई है। शवों के दाह संस्कार के लिए साथ आने वाले स्वजन को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। घाट पर निर्माण कार्य चलने से पहले से ही वहां स्थान कम हो गया है, दूसरा प्रभाव ठंड का भी दिख रहा है। प्रबल ठंड में मौतों की संख्या बढ़ गई है, इसका पता घाट पर अधिक संख्या में आ रहे शवों से चल रहा है। पहले जहां घाट पर 20 से 30 शव आते थे, वह संख्या इन दिनों बढ़कर 40-50 हो गई है। इससे गलियों में शवों की प्रतीक्षा कतार लगने लगी है।