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    उत्‍तर प्रदेश के सभी जिलों में बनेंगे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 12:39 PM (IST)

    वाराणसी में अब उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय होगा जिससे उद्यमियों को लाइसेंस और नवीनीकरण के लिए अन्य जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। पूर्वांचल के तीन जिलों में से एक वाराणसी में यह सुविधा उपलब्ध होने से जौनपुर गाजीपुर चंदौली और भदोही जिलों को भी लाभ मिलेगा।

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    30 वर्षों बाद बोर्ड की संरचना में सुधार होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यावरण प्रबंधन में सुधार होगा।

    मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। अब प्रदेश के सभी 75 जिलों में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय होगा। वर्तमान में महज 28 जिलों में ही ये कार्यालय है। सभी जिलों में कार्यालय खुल जाने से उद्यमियों या अन्य कारोबारियों को लाइसेंस आदि के लिए दूसरे जिले में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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    किसी भी उद्योग, अस्पताल को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से स्वीकृति लेनी पड़ती है। साथ ही लाइसेंस का हर साल नवीनीकरण भी कराना पड़ता है। नए कार्यालय खुलने से अपने ही जिले में पंजीकरण या नवीनीकरण कराया जा सकता है।

    पूर्वांचल के तीन जिलों वाराणसी, आजमगढ़ व सोनभद्र में क्षेत्रीय कार्यालय है। वाराणसी से वाराणसी के साथ ही जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, भदोही जिले जुड़े हैं। वहीं सोनभद्र से मरीजापुर व सोनभद्र, आजमगढ़ से आजमगढ़, बलिया व मऊ जुड़े हैं। पिछले दिनों काशी आए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन डा. आरपी सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि लगभग 30 वर्षों बाद बोर्ड की संरचना में रिफार्म्स (सुधार) भी किए जाएंगे।

    अभी बोर्ड में 1995 के स्वीकृत पदों के अनुसार नियुक्ति हो रही है। सुधार होने के बाद सभी पद लगभग दोगुना हो जाएंगे। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। यहां तक कि पूरे प्रदेश में मुख्य पर्यावरण अधिकारियों की संख्या भी नौ से बढ़कर 15 हो जाएगी। डा. सिंह ने बताया कि सभी जिलों में क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से उद्योग स्थापित करने में सहूलियत मिलेगी।

    साथ ही सभी अस्पतालों से संवाद किया जा रहा है कि वे अपने हास्पिटल के बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण का उचित प्रबंधन करें। ताकि पर्यावरण को कोई खतरा नहीं हो। साथ ही जलवायु परिवर्तन मंत्रालय व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग से भी संवाद स्थापित किया जा रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिलों में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना की जाएगी। ताकि कारोबार स्थापित करने वालों को सहूलियत मिल सके।

    अभी इन जिलों में है क्षेत्रीय कार्यालय

    गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, कानपुर देहात, झांसी, बांदा, प्रयागराज, सोनभद्र, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बुलंदशहर, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, आजमगढ़, गोरखपुर, आयोध्या, बस्ती, वाराणसी, मुरादाबाद, बिजनौर, बरेली।