संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का 43वां दीक्षांत समारोह आठ अक्टूबर को, बताई आयोजन की रूरपेखा
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी में आगामी 8 अक्टूबर को 43वां दीक्षांत समारोह आयोजित होगा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अध्यक्षता करेंगी और गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्य अतिथि होंगे। विश्वविद्यालय जो 1791 में स्थापित हुआ प्राच्य विद्या के क्षेत्र में प्रसिद्ध है और विभिन्न राज्यों में अपनी शैक्षिक परंपराओं को बढ़ा रहा है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में 43 वां दीक्षांत समारोह आठ अक्टूबर को दोपहर तीन बजे मुख्य भवन में आयोजित होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव राकेश कुमार (आइएएस) ने सोमवार को प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 1791 में संस्कृत पाठशाला के रूप में स्थापित यह संस्था 1958 में वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय और 1973 से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के रूप में प्राच्य विद्या के क्षेत्र में विश्वविख्यात है।
यह विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, लेह और अरुणाचल प्रदेश में संबद्ध महाविद्यालयों के माध्यम से अपनी शैक्षिक परंपराओं को आगे बढ़ा रहा है।
दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल अध्यक्षता करेंगी। मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत अपने दीक्षांत भाषण से स्नातकों को प्रेरित करेंगे। शेखावत, जोधपुर से सांसद और जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर से बीएड, एमए व एमफिल (फिलासफी) धारक हैं।
1992 में छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। वे 2014 से लगातार तीन बार जोधपुर से सांसद चुने गए हैं और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी उपस्थित होंगी।
कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा स्नातकों को उपाधि-पत्र प्रदान करेंगे। कुलसचिव ने बताया कि दीक्षांत समावर्तन का पर्याय है, जो ब्रह्मचर्याश्रम से गृहस्थाश्रम में प्रवेश का महत्वपूर्ण संस्कार है। प्रेस वार्ता में विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. जितेंद्र कुमार, पुस्तकालय विज्ञान अध्यक्ष प्रो. हीरक कांत चक्रवर्ती, शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डा. विशाखा शुक्ला, वित्त अधिकारी हरीशंकर मिश्र, परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार और जनसंपर्क अधिकारी शशिंद्र मिश्र मौजूद रहे।
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