यूपी के इस शहर में बिजली ट्रिपिंग से उद्योग बेहाल, उत्पादन में 25 प्रतिशत की आई गिरावट
वाराणसी के औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की लगातार कटौती और ट्रिपिंग से उत्पादन में 25% की कमी आई है। स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने विद्युत विभाग के साथ बैठक में यह मुद्दा उठाया। उद्यमियों ने मीटर रीडिंग में अनियमितताओं और ट्रांसफार्मर की समस्याओं पर भी चर्चा की। अधिकारियों ने समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। वाराणसी न्यूज़ में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। औद्योगिक क्षेत्र में लगातार बिजली ट्रिपिंग और कटौती ने संकट बढ़ा दिया है। इससे उत्पादन में 25 प्रतिशत की कमी आई है। इस मुद्दे पर स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने विद्युत विभाग के एक्सईएन व एसडीओ के साथ एमएसएमई सभागार में बैठक की।
इसमें उद्यमियों ने बताया कि रोजाना 12 से 15 बार ट्रिपिंग हो रही है और मुख्यालय स्तर पर लंबित समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। अंजनी सिंह ने शिकायत की कि विभाग द्वारा लगाए दो मीटरों की रीडिंग की रसीद नहीं दी जाती और छह महीने बाद पेनाल्टी थोपी जाती है कि एक मीटर धीमा था।
उद्यमियों ने पूछा कि मासिक रीडिंग के बावजूद धीमे मीटर की जानकारी और एमआरआइ रिपोर्ट क्यों नहीं मिलती। अनुपम देव ने सुझाव दिया कि प्रत्येक ट्रांसफार्मर पर कैपेसिटर लगाने से केवल खराब ट्रांसफार्मर बंद होगा, जिससे अन्य उद्योग प्रभावित नहीं होंगे।
नीरज पारिख ने कहा कि सात ट्रांसफार्मरों के डीओ बार-बार खराब होने से मशीनें और उत्पादन को नुकसान हो रहा है। मनीष कटारिया ने पाइंट 96 कैपेसिटर की गलत रीडिंग से प्रति माह 2000 रुपये के नुकसान की बात कही। सोलर पैनल के बावजूद बिजली बिल कम नहीं हो रहा और ग्रीन एनर्जी सरचार्ज पर भी सवाल उठे।
एक्सईएन और एसडीओ ने समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने का आश्वासन दिया। अध्यक्षता राजेश भाटिया ने की। बैठक में एमएसएमई प्रभारी राकेश चौधरी, उद्यमी प्रीतपाल नरूला, दिनेश सिंह, मनीष कटारिया, अनुपम देवा, अजय जायसवाल, दिनेश जैन उपस्थित थे। धन्यवाद अशोक कुमार सिंह ने दिया।
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