शेयर मार्केट गिरने पर भी नहीं होना चाहिए विचलित, सेबी ने बताई इसकी असली वजह
वाराणसी में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जिसका विषय शिक्षित से विकसित था। विशेषज्ञों ने निवेशकों को सेबी में पंजीकृत प्लेटफार्मों पर शिकायत करने और बच्चों को फाइनेंस के बारे में शिक्षित करने की सलाह दी। युवाओं को पूरी जानकारी के साथ निवेश करने और लंबी अवधि के लिए निवेशित रहने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। बांबे स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) की ओर से शनिवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसकी थी ‘शिक्षित से विकसित’ थी। इसमें वक्ताओं ने कहा कि अगर किसी निवेशक को कोई शिकायत हो तो वे रजिस्टर्ड प्लेटफार्म पर ही शिकायत करें। किसी फ्राड के बारे में अगर वे सेबी के पोर्टल पर शिकायत करते हैं तो आटोमेटिक ही बीएसई व एनएसई के पास चली जाएगी।
विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में युवा निवेशक बहुत ही तेजी से आगे आ रहे हैं। हालांकि वे अधिक दिन तक टिक नहीं पा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि निवेश में तभी आएं जब इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। साथ ही लोगों को बच्चों से भी सभी फाइनेंस की बात करने रहने की सलाह दी। ताकि वे भी इसके प्रति जागरूक हो सके। साथ ही यह भी सलाह दी गई कि स्टाक मार्केट गिरे तो एसआइपी बंद नहीं करनी चाहिए। कारण कि मार्केट आज गिरा है तो कल उठेगा भी।
एसीपी साइबर क्राइम विदुष सक्सेना साइबर क्राइम के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताया। बीएसई के इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड (आइपीएफ) के अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य निवेशकों को उचित जानकारी देकर जागरूक बनाना है। कार्यक्रम में सेबी के कार्यकारी निदेशक सुनील कदम, सीजीएम दीप्ति अग्रवाल, बीएसई आइपीएफ के चीफ रिस्क आफिसर व हेड खुशरो बुलसारा, प्रवीन द्विवेदी, सुनील बंसल, आदर्श मिश्रा, केएस पेंल्याला आदि ने विचार रखे। संचालन वरिष्ठ सीए सुदेशना बसु ने किया।
भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का बैरोमीटर मना जाता है बीएसई
- बीएसई एशिया का सबसे पुराना मान्यता प्राप्त एक्सचेंज है जिसका इतिहास 150 वर्षों से भी अधिक पुराना है। यह एक्सचेंज भारतीय पूंजी बाजार के विकास में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और इसने भारत में कई कंपनियों को सफलतापूर्वक एक कुशल पूंजी जुटाने का मंच प्रदान किया है। बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक, सेंसेक्स, दुनिया भर के निवेशकों द्वारा ट्रैक किया जाता है और इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का बैरोमीटर भी माना जाता है। हम निवेशकों की सेवा में सदैव तत्पर हैं।
- खुशरो बुलसारा, आइपीएफ के चीफ रिस्क आफिसर व हेड, बीएसई
इनदिनों फर्जी विज्ञापन की बाढ़ आ गई गई। ऐसे में निवेशकों से अपील है कि वे सेबी से पंजीकृत कंपनियों के उचित प्लेटफार्म के ही विज्ञापन को ध्यान में रखे। फर्जी व गलत विज्ञापनों को हटाने के लिए मेटा, इंस्ट्राग्राम व फेसबुक से भी समझौता किया गया है। अभी तक 75 हजार लगत विज्ञापन हटाए जा चुके हैं। यूपी में युवा इन्वेस्टर तेजी से एक्टिव हो रहे हैं, लेकिन जल्दी लाभ के चक्कर में रहते हैं। उसने सलाह है कि वे पूरी जानकारी के बाद ही निवेश करें और लांग टर्म को अपनाए।
- सुनील कदम, कार्यपालक निदेशक, भारतीय प्रतिपूर्ति और विनियमय बोर्ड (सेबी)।
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