Varanasi News: पुलिस चौकी में 25 हजार घूस लेते दारोगा रंगे हाथ गिरफ्तार, फिल्मी स्टाइल में की गई कार्रवाई
Varanasi News भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी टीम ने शनिवार को पुलिस चौकी मड़ौली के प्रभारी अजय यादव (दारोगा) को 25000 रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी : भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) की वाराणसी टीम ने शनिवार को पुलिस चौकी मड़ौली के प्रभारी अजय यादव (दारोगा) को 25,000 (500 के 50 नोट) रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित दारोगा ने भागने की कोशिश की लेकिन एसीओ की टीम ने उसे दबोच लिया। आरोपित दारोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन के प्रभारी नीरज सिंह ने कैंट थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में केस दर्ज कराया है।
केस की जांच कर रहा था आरोपी दारोगा
भेलूपुर के संतगोपाल नगर निवासी विशनदास खन्ना कपड़े का थोक कारोबारी हैं। उन्होंने अपने भाई महेशदास खन्ना के खिलाफ फर्जी तरीके से चेक से दस लाख रुपये निकालने का प्रयास करने का मुकदमा वर्ष 2019-20 में मंडुवाडीह थाने में दर्ज कराया था। इस केस की जांच अजय यादव कर रहे थे।
आरोप है कि अजय केस में तीन धाराएं बढ़ाने के लिए विशनदास से 25,000 रुपये मांग रहे थे। इस बात से विशनदास परेशान थे। उनका कहना है कि उनकी तहरीर में तीन धाराएं लगाई ही नहीं गई थीं और अब इसके लिए पैसे मांगे जा रहे थे। उन्होंने इसकी सूचना भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई कार्यालय में जाकर दी। अपनी शिकायत के समर्थन में दस्तावेज भी दिए। इसके बाद एसीओ की टीम ने जाल बिछाया।
रिश्वत लेते ही टीम ने किया गिरफ्तार
योजना के अनुसार, विशनदास शनिवार दोपहर करीब 2.45 बजे रुपये लेकर पुलिस चौकी पहुंचे। अजय यादव ने जैसे ही रुपये लिए, पहले से तैयार टीम ने उन्हें दबोच लिया। कार्रवाई में भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी के इंस्पेक्टर अशोक क सिंह, हेड कांस्टेबल शैलेंद्र राय, सुमित, आशीष शुक्ला, विनोद कुमार आदि रहे।
वहीं, बीते मई में जंसा थाने में तैनात वर्ष 2019 बैच और प्रयागराज के कर्नलगंज निवासी दारोगा अभिषेक वर्मा को एक मुकदमे में नाम निकालने के लिए एक लाख रुपये की मांग पर एंटी करप्शन टीम ने बिचौलिए शिवम संग गिरफ्तार किया था।
पहले भी सुर्खियों में रहा था दारोगा अजय
2015 बैच का दारोगा अजय यादव पहले भी गलत वजहों से चर्चा में रहे हैं। सिंधोरा थाने में आपत्तिजनक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने पर उन्हें लाइन हाजिर किया गया था। कपसेठी में तैनाती के दौरान पुलिसकर्मियों से मारपीट करने के मामले में भी उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर किया गया था। रोहनिया में भी तैनाती के दौरान उनका व्यवहार विवादित रहा है।

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