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    Varanasi News: सारनाथ से रिंग रोड तक बनेगा फोरलेन एलिवेटेड रोड, शासन को भेजा गया 261 करोड़ का प्रस्ताव

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Mon, 11 Sep 2023 10:27 AM (IST)

    सारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा देने और बौद्ध सर्किट को जोड़ने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से रिंग रोड तक फोरलेन एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी ...और पढ़ें

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    सारनाथ से रिंग रोड तक बनेगा फोरलेन एलिवेटेड रोड, शासन को भेजा गया 261 करोड़ का प्रस्ताव

    जेपी पांडेय, वाराणसी: सारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा देने और बौद्ध सर्किट को जोड़ने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से रिंग रोड तक फोरलेन एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी है। रास्ते में जलभराव यानी ताल होने के कारण एलिवेटेड रोड बनाया जा रहा है। सड़क बनाने के लिए मिट्टी डालने में ज्यादा खर्च आएगा।

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    फोरलेन एलिवेटेड रोड में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) भी शामिल है, जिससे आवागमन बाधित नहीं हो। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने राजकीय सेतु निगम को सर्वे कर प्रस्ताव तैयार करने को कहा था। लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) और राष्ट्रीय राजमार्ग परिवहन प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सहयोग किया। 300 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनकर तैयार हो गई है।

    261 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया

    रोड की लंबाई 1400 मीटर है। पहले 261 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में रोजाना हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। यहां चीन, तिब्बत, जापान, कंबोडिया, कोरिया, वियतनाम आदि देशों के मंदिर भी हैं। पहले संग्रहालय से मुनारी मार्ग और फिर सिंहपुर गांव से फोरलेन सड़क बनाने की तैयारी थी, लेकिन बाद में इसे सारनाथ रेलवे स्टेशन से कर दिया गया।

    पूर्व मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग से सारनाथ से रिंग रोड तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ सकी।

    यह होगा फायदा

    एयरपोर्ट से पर्यटक सीधे सारनाथ जाते हैं। वहां दर्शन-पूजन करने के बाद चंदौली होते हुए बोध गया, कुशीनगर और लुंबिनी रवाना हो जाते हैं।

    सारनाथ से रिंग रोड पहुंचने में पर्यटकों को आसानी होगी। पर्यटक वहां से गोरखपुर होते हुए नेपाल भी निकल सकेंगे

    ऐसे बनेगी सड़क

    एलिवेटेड रोड जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से शुरू होकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, रेलवे क्रासिंग को पार करते हुए रिंग रोड तक जाएगा।

    रेलवे क्रासिंग के उस पार जलभराव होता रहता है। रिंग रोड से जमीन का लेबल नीचे है, ऐसे में सेतु निगम ने एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया है। 1400 मीटर लंबी एलिवेटेड रोड में करीब 900 मीटर जमीन जल खाता (तालाब) की और करीब पांच मीटर जमीन किसान की है।

    तालाब का होगा सुंदरीकरण

    मंडलायुक्त ने जल खाता की जमीन होने पर पूरा कब्जे में लेने के लिए कहा है। उस जमीन पर बंधी बनाने के साथ हरियाली, पाथवे संग फुव्वारे आदि लगाए जाएंगे, ताकि उसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सके। वहां रंग-बिरंगी लाइटें भी लगाई जाएंगी। इसके चलते 261 करोड़ रुपये से बजट बढ़कर 300 करोड़ पहुंच गया।