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    Varanasi: वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, हाईवे और रिंग रोड किनारे बसाई जाएगी पांच नई टाउनशिप, कवायद तेज

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Thu, 24 Aug 2023 08:54 AM (IST)

    Varanasi News हाईवे और रिंग रोड के किनारे पांच टाउनशिप बसाने को लेकर जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने प्रस्तावित टाउनशिप ...और पढ़ें

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    वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, हाईवे और रिंग रोड किनारे बसाई जाएगी पांच नई टाउनशिप, कवायद तेज

    जेपी पांडेय, वाराणसी: हाईवे और रिंग रोड के किनारे पांच टाउनशिप बसाने को लेकर जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने प्रस्तावित टाउनशिप की जद में आ रहे 39 गांवों के जमीन की रजिस्ट्री कराने से पहले अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने का आदेश जारी किया है। इसमें कुछ आंशिक गांव भी है।

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    अपर जिलाधिकारी प्रशासन को नोडल अधिकारी नामित किया है। बशर्ते वे आराजी नंबर प्रस्तावित योजना की जद में नहीं होनी चाहिए। कलेक्ट्रेट स्थित उप निबंधन और पिंडरा उप निबंधन कार्यालय के बाहर योजना की जद में आ रहे गांवों की नोटिस चस्पा कर दी गई है।

    इन नामों से प्रस्तावित है योजना

    वाराणसी विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद संयुक्त रूप से 1214.6 हेक्टेयर जमीन में खाका खींच रहा है। नई आवासीय योजना के तहत वीडीए और आवास विकास परिषद ने काशी द्वार, वर्ल्ड सिटी, वैदिक सिटी और वरुणा विहार एक और दो के नाम से पांच योजना प्रस्तावित की है।

    पांचों टाउनशिप को बसाने में वाराणसी विकास प्राधिकरण को 1214.6 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। इसके लिए शासन से 17630 करोड़ रुपये की मांग की गई है। हालांकि, वीडीए अन्य प्रक्रिया को पूरी करने में जुटा है जिससे बजट आने के साथ काम शुरू करने में कोई विलंब नहीं हो। नई टाउनशिप बसाने में वीडीए बिल्डरों से भी सहयोग ले रहा है।

    लोगों को मिलेगी मूलभूत सुविधाएं

    पुराना और गलियों का शहर होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। शहरवासी जाम से जूझते रहते हैं। शहर में जमीन नहीं होने के चलते एक ही मकान में पांच-छह परिवार रहते हैं। चाहकर भी कुछ लोग दूसरे स्थान पर नहीं जा पाते हैं, क्योंकि शहर से दूर उन्हें मूलभूत सुविधा नहीं मिलेगी।

    ये गांव हैं शामिल काशी द्वार : (पिंडरा तिराहे के पास) चकइंदर, जद्दूपुर, पिंडरा, पिंडराई, बहुतरा, बसनी, बेलवां, पुरारघुनाथपुर, कैथौली, समोगरा।

    वैदिक सिटी सारनाथ के हसनपुर, पतरेवा, सिंहपुर, सथवां और ह्दृयपुर। वर्ल्ड सिटी बझियां, विशुनपुर, देवनाथपुर, हरहुआ, इदिलपुर, मिर्जापुर, प्रतापट्टी, रामसिंहपुर, सिंहापुर, वाजिदपुर।

    वरुणा विहार एक और दो

    (रिंग रोड फेज-दो के दोनों तरफ) कैलहट, भगतूपुर, कोईराजपुर, गोसाईपुर अठगांवा, लोहरापुर, गोसाईपुर, वीरसिंहपुर, सरवनपुर, वाजिदपुर, सहाबुद्दीनपुर, रामसिंहपुर, सिंगापुर, देवनाथपुर, प्रताप पट्टी।

    एक नजर में बजट की मांग- 17630 करोड़

    जमीन के लिए- 11735.67 करोड़

    विकास शुल्क- 5894.11 करोड़

    जमीन चाहिए- 1214.6 हेक्टेयर

    रिंग रोड बनने के साथ उसके किनारे वीडीए ने नई काशी बसाने की तैयारी तेज की थी लेकिन जमीन नहीं मिलने के चलते योजना आगे नहीं बढ़ सकी। इस बार शासन से पूरा सहयोग मिलने के चलते दोनों विभाग तेजी से काम कर रहे हैं।