UP Crime: विदेश में नौकरी का दिया लालच और वाराणसी के पांच हजार युवाओं को बनाया टारगेट, अब सात लोग गिरफ्तार
वाराणसी पुलिस ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच हजार युवकों से ठगी करने वाले साइबर ठगों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। ठगों के पास से फर्जी वीजा पासपोर्ट नियुक्ति पत्र और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने पांच हजार युवकों संग ठगी करने वाले साइबर ठगों के गिरोह का राजफाश पुलिस ने किया।
सात ठगों को गिरफ्तार कर लिया जिनमें दो महिलाएं भी हैं। ठगी के लिए संचालित होने वाले दो काल सेंटर पर छापा मारकर बड़ी मात्रा में फर्जी वीजा, पासपोर्ट, नियुक्ति पत्र, हवाई का टिकट आदि बरामद किया है। काल सेंटरों को सीज कर दिया गया है।
साइबर ठगों का नेटवर्क दिल्ली, मुंबई, कोलकाता तक है। पुलिस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
पकड़े गए साइबर ठगों के बारे में डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि साइबर ठगों का गिरोह मोती झील व माधोपुर में यूनिवर्सल मैनेजमेंट सर्विस के नाम से फर्जी काल सेंटर संचालित कर रहा था। इसके माध्यम से खाड़ी देशों, इजराइल, ओमान, कंबोडिया, साउथ अफ्रीका समेत अन्य देशों में नौकरी दिलाने का फर्जी विज्ञापन इंटरनेट मीडिया समेत अन्य प्लेटफार्म पर करा रहे थे।
जो इसे सही समझकर विज्ञापन में दिए पते पर मोबाइल फोन या अन्य माध्यमों से संपर्क करता था उसे काल सेंटर से जरिए काल करके झांसे में लेना शुरू कर देते थे। फिर काल करने वाले का फर्जी वीजा तैयार कराया जाता था।
फर्जी नियुक्त पत्र, यहां तक की फर्जी फ्लाइट का टिकट भी तैयार कराकर उसे दे देते थे। बदले में तीन से चार लाख या कई बार इससे अधिक रुपये हासिल कर लेते थे। जब वह हवाई जहाज में सवार होने के लिए एयरपोर्ट जाता था तो उसके साथ ठगी की जानकारी होती थी।
पुलिस ने रोहनिया थाना क्षेत्र के बच्छांव निवासी राकेश यादव, शिवधामनगर कालोनी के राहुल गुप्ता, आदमपुर के जुगुलटोला के मो. असलम, प्रियांशु प्रजापति, नचनीकुआं के अमित कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके साथ ही गिरोह में शामिल दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने इनके पास से एक लैपटाप, नौ मोबाइल, सात नियुक्ति पत्र, दो वीजा, एक पासपोर्ट, आठ डेबिट कार्ड, चार सिम कार्ड आदि बरामद किया है।
पुलिस को काल सेंटर से मिले लैपटाप में पांच हजार युवकों के नाम से तैयार फर्जी नियुक्ति पत्र मिला है। इससे आशंका है इतने युवक गिरोह के शिकार हुए हैं। इनमें बलिया, पंजाब, हरियाणा समेत अन्य प्रदेशों के युवक हैं।
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