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    वाराणसी में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया बिजली विभाग का जेई, एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 04:15 PM (IST)

    वाराणसी में बिजली विभाग के एक जूनियर इंजीनियर को एंटी करप्शन टीम ने एक उपभोक्‍ता से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए बुधवार को रंगे हाथों पकड़ा। यह घटना बड़ागांव क्षेत्र के अनेई उपकेंद्र पर हुई जहाँ जेई सतेन्द्र कुमार मेगा कैंप छोड़कर रिश्वत लेने का प्रयास कर रहे थे।

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    आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एंटी करप्शन टीम ने एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह घटना वाराणसी के बड़ागांव क्षेत्र के अनेई उपकेंद्र पर हुई, जहां जेई ने अपने क्षेत्र के मेगा बिजली कैंप को छोड़कर 30 हजार रुपए की रिश्वत लेने का प्रयास किया।

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    रिश्वत लेते समय काजीसराय में एंटी करप्शन टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। इस मामले में शिकायतकर्ता चन्द्र भान सिंह ने अनेई लच्छीरामपुर निवासी के बिजली कनेक्शन के लिए रिपोर्ट लगाने के नाम पर जेई से रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू किया।

    जैसे ही अनेई उपकेंद्र के जेई सतेन्द्र कुमार ने मेगा कैंप जैसा बड़ा आयोजन छोड़कर रिश्वत लेने का प्रयास किया, एंटी करप्शन टीम ने उन्हें पकड़ लिया और हाथ धुलवाने के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपित के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।

    यह घटना बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को उजागर करती है। ऐसे मामलों में कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। एंटी करप्शन टीम की यह कार्रवाई न केवल आरोपित के लिए एक चेतावनी है, बल्कि अन्य अधिकारियों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है।

    इस प्रकार की घटनाएं समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में सहायक होती हैं। जब तक ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक भ्रष्टाचार का खात्मा संभव नहीं है।

    अनेई उपकेंद्र के जेई की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता है। एंटी करप्शन टीम की तत्परता और सक्रियता इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

    घटना ने यह भी दर्शाया है कि समाज में जागरूकता और सतर्कता की आवश्यकता है। यदि लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो निश्चित रूप से बदलाव संभव है। एंटी करप्शन टीम की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। वहीं इसी मामले में अध‍िशाषी अभ‍ियंता व‍िद्युत व‍ितरण खंड हरहुआ के हेमंत कुमार ने बताया क‍ि मामले की जानकारी हुई है। आरोप‍ित को न‍िलंब‍ित करने के साथ ही अन्‍य व‍िभागीय कार्रवाई की जाएगी। 

    यह था पूरा मामला

    थानाक्षेत्र के लक्षीरामपुर गांव निवासी शिकायतकर्ता चंद्रभान सिंह द्वारा एंटी करप्शन टीम से शिकायत किया गया था कि मेरा संयुक्त परिवार है। मेरे भाई द्वारा नलकूप के बिजली कनेक्शन का आनलाइन आवेदन किया गया था जिसमें रिपोर्ट लगाने के लिए उपकेंद्र अनेई पर तैनात जेई सतेंद्र कुमार द्वारा तीस हजार रुपए की मांग की गई थी। बगैर पैसा लिये रिपोर्ट नहीं लगाने से आजिज होकर एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया गया। एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में गठित टीम ने जेई को हिरासत में लेकर उसका हाथ धुलवाया तो वह लाल हो गया। जिसपर उसे बड़ागांव थाने पर लाकर मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की गयी।