वाराणसी में आपरेशन सिंदूर को समर्पित होगी दशाश्वमेध घाट की देव दीपावली
वाराणसी में दशाश्वमेध घाट की देव दीपावली इस वर्ष 'आपरेशन सिंदूर' को समर्पित होगी। इस अवसर पर शहीदों के परिवारों का सम्मान किया जाएगा और विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।

दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली पर इस बार श्रद्धा और देशभक्ति का अद्भुत संगम दिखेगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली पर इस बार श्रद्धा और देशभक्ति का अद्भुत संगम दिखेगा। घाट पर आयोजित होने वाला पर्व इस बार पहलगाम आतंकी हमले में बलिदान हुए नागरिकों व आपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को समर्पित होगा।
यह जानकारी गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं. किशोरी रमण दुबे बाबू महाराज ने दी। उन्होंने बताया कि 35 वर्षों से चल रही परंपरा अनुसार दशाश्वमेध घाट देवताओं के स्वागत में पलक-पांवड़े बिछाएगा। 500 किलो फूलों से घाट को सजाया जाएगा।
मां गंगा की 108 किलो की अष्टधातु की प्रतिमा का विशेष शृंगार किया जाएगा और 108 लीटर दूध से उनका अभिषेक कर गंगा निर्मलीकरण का आह्वान किया जाएगा। समिति सचिव पं. दिनेश शंकर दुबे ने बताया कि ऋद्धि-सिद्धि के रूप में गंगा महाआरती के दौरान 42 बेटियों का नेतृत्व नारी शक्ति के सम्मान का संकल्प दोहराएगा।
आयोजन में 21 बटुकों संग 21 डमरू दल गंगा आरती की शोभा बढ़ाएंगे। अध्यक्षता सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती करेंगे। गीतकार कन्हैया दुबे केडी के संयोजन में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा।
आयोजन में देश-विदेश के अतिथियों सहित संपूर्ण काशीवासी भाग लेंगे। पत्रकार वार्ता में गंगेश्वरधर दुबे, शांति लाल जैन, पवन शुक्ला, संकठा प्रसाद, रामबोध सिंह, संजय यादव आदि थे।

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