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वाराणसी की बेटी विजया का लंदन में LLM में सौ फीसद स्‍कालरशिप के साथ हुआ चयन

बेटी का चयन होने के बाद परिवार के लोग काफी उत्‍साहित हैं। वहीं विजया ने बताया कि उनके चयन की जानकारी होने के बाद वह काफी खुश हैं। पूरा स्‍कालरशिप मिलने के बाद अब परिजनों पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 02:26 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 02:26 PM (IST)
वाराणसी की बेटी विजया का लंदन में LLM में सौ फीसद स्‍कालरशिप के साथ हुआ चयन
बेटी का चयन होने के बाद परिवार के लोग काफी उत्‍साहित हैं।

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र की बेटी विजया सिंह गौतम ने बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के संदेश को बुलंद करते हुए काशी का मान बढ़ाया हैं। इसका चयन स्कूल आफ ओरियंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज, यूनिवर्सिटी आफ लंदन में एल.एल.एम में सौ फीसदी स्कालरशिप के साथ हुआ है। यह उपलब्धि इसे फलिक्स स्कालरशिप प्रोग्राम के अंतर्गत मिली हैं। जिसके तहत पूरे भारत वर्ष से मात्र चार बच्चों को चुना गया है। परिजनों ने बताया कि बेटी के चयन से उन्‍हें काफी खुशी मिली है। बेटी का चयन होने के बाद परिवार के लोग काफी उत्‍साहित हैं। वहीं विजया ने बताया कि उनके चयन की जानकारी होने के बाद वह काफी खुश हैं। पूरा स्‍कालरशिप मिलने के बाद अब परिजनों पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा। 

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वाराणसी के फातमान (सिगरा) निवासी नगर निगम के पूर्व उपसभापति व भाजपा निकाय प्रकोष्ठ के सह संयोजक महेंद्र सिंह गौतम की पुत्री विजया सिंह गौतम राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी आफ ला, पटियाला (पंजाब) से बीए-एलएलबी 95 सीजीपीए के साथ उत्तीर्ण की हैं। हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में भी बढ़िया प्रदर्शन रहा।विजया विभिन्न महत्वपूर्ण अकादमिक गतिविधियों में भी भाग लेती रही। कामनवेल्थ यूथ अलायंस, सेंटर फार एडवांस स्टडीज इन इंटरनेशनल ह्यूमैनिटरियन ला समेत कई महत्वपूर्ण संस्थाओं से जुड़ी रही। वहीं उनके संस्‍थान ने भी विजया को बधाई दी है। 

इसके कई रिसर्च पेपर भी प्रकाशित हुए। इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन से संबधित एक किताब भी प्रकाशित हो चुकी हैं। मां अनिता सिंह गौतम काशी विद्यापीठ के जीसीएम स्कूल, समाजकार्य संकाय में हेड इंस्ट्रक्टर के पद पर कार्यरत हैं। दो बेटियों में बड़ी पुत्री पल्लवी सिंह दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं। बेटी की उपलब्धि से परिवार काफी खुश हैं। वहीं परिजनों ने जागरण से बातचीत के दौरान बताया कि बेटी की बचपन से ही काफी रुचि पढ़ाई लिखाई में रही है। इसकी वजह परिवार में शिक्षा का माहौल भी रहा है। 


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