Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    PM के संसदीय क्षेत्र में घरेलू महिला हिंसा के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला, मांगा अपना हक

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Thu, 04 Dec 2025 11:32 AM (IST)

    वाराणसी में लोक समिति और आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में महिलाओं ने घरेलू हिंसा के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। महिलाओं ने 'महिला हिंसा बंद करो' जैसे नारे लग ...और पढ़ें

    Hero Image

    महिलाओं ने समाज से सहयोग की अपील की और स्पष्ट किया कि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ती रहेंगी।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी (जंसा/रामेश्वर)। पीएम नरेन्‍द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मह‍िलाओं ने देर शाम अपने हक में आवाज बुलंद की। लोक समिति व आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में घरेलू महिला हिंसा के खिलाफ सैकड़ों महिलाएं और युवाओं ने बुधवार को कपड़फोड़वा लहिया बाजार में कैंडल मार्च निकाला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस जुलूस में शामिल महिलाओं ने महिला हिंसा के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। उन्होंने नारे लगाए, "महिला हिंसा बंद करो, भीख नहीं, अधिकार चाहिए, जीने का सम्मान चाहिए," और "औरत भी जिंदा इंसान है, भोग की वस्तु नहीं," तथा "यौन हिंसा पर रोक लगाओ।"

    कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि वे घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि न तो वे स्वयं हिंसा का शिकार बनेंगी और न ही दूसरों को बनने देंगी। कैंडल मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों ने सरकार से महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा की मांग की।

    लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि जब तक समाज में घरेलू महिला हिंसा और जेंडर समानता के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता नहीं आएगी, तब तक बहनें और बेटियां सुरक्षित नहीं रह पाएंगी। उन्होंने इस मुद्दे पर समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की।

    इस कैंडल मार्च का उद्देश्य न केवल घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना था, बल्कि समाज में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत आवाज उठाना भी था। इस प्रकार के आयोजनों से यह संदेश जाता है कि महिलाएं अब चुप नहीं रहेंगी और वे अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी।

    इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि जब तक समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा का भाव नहीं होगा, तब तक वास्तविक परिवर्तन संभव नहीं है। सभी उपस्थित महिलाओं ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि वे इस लड़ाई को जारी रखेंगी।

    कार्यक्रम की अध्यक्षता सोनी ने की, जबकि संचालन अनीता ने किया और धन्यवाद ज्ञापन रिया ने प्रस्तुत किया। कैंडल मार्च में मुख्य रूप से शकुंतला, सुमन, तारा, रेखा, रीता, गीता, कोमल, नीतू, रिया, शांति, सरोज, अनीता, सोनी, मनीष, श्यामसुंदर, रामबचन, मनीषा और आशा राय शामिल रहीं।