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    भाजपा नेता पशुपतिनाथ हत्याकांड में बड़ा अपडेट, अदालत ने 16 अरोपियों को सुनाई उम्रकैद की सजा

    Updated: Fri, 13 Jun 2025 05:15 PM (IST)

    वाराणसी में सिगरा के जयप्रकाश नगर में शराब ठेके पर हुए विवाद में भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह की हत्या के मामले में फास्टट्रैक कोर्ट ने 16 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने सभी आरोपियों को दोषी करार देते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। अभियोजन पक्ष ने बताया कि आरोपियों ने शराब पीने के बाद राजकुमार सिंह पर हमला किया था।

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    भाजपा नेता पशुपतिनाथ की हत्याकांड में बड़ा अपडेट

    विधि संवाददाता, वाराणसी। सिगरा के जयप्रकाश नगर (माधोपुर) स्थित देसी शराब ठेके में चिखना वाले से लेन-देन को लेकर हुए विवाद में बीच-बचाव करने पहुंचे भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह की हुई हत्या के मामले में फास्टट्रैक कोर्ट (प्रथम) के जज कुलदीप सिंह ने 16 अभियुक्तों विकास भारद्वाज, मंटू सरोज, राहुल सरोज, मनीष पांडेय, गणेश सरोज, अभिषेक सरोज, दिनेश पाल, अनूप सरोज, सूरज यादव, रमेश पाल, अनुज उर्फ बाबू सरोज, श्याम बाबू राजभर, विशाल राजभर, संदीप कुमार गुप्ता, सुरेश सरोज व आर्या उर्फ आकाश सरोज को आजीवन कारावास एवं जुर्माने की सजा सुनाई।

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    अदालत ने इन अभियुक्तों को गुरुवार को दोषी करार देते हुए सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था और सजा की बिंदु पर सुनवाई के लिए 13 जून की तिथि मुकर्रर की थी।

    इन अभियुक्तों में फुलवरिया, मंडुवाडीह निवासी संदीप कुमार गुप्ता को छोड़कर शेष 15 अभियुक्त चंदुआ, छित्तूपुर, सिगरा के रहने वाले हैं। अदालत में अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसीद्वय मनोज कुमार गुप्ता, विनय कुमार सिंह व वादी पक्ष की ओर से अधिवक्ता रवि शंकर राय व प्रेम प्रकाश सिंह गौतम ने पैरवी की।

    अभियोजन कथानक के अनुसार 12 अक्टूबर 2022 की शायं करीब सवा सात बजे जय प्रकाश नगर कालोनी में स्थित देसी शराब के ठेके पर अभियुक्त मंटू सरोज व राहुल सरोज अपने दो अन्य साथियों के साथ शराब पीने के उपरांत आपस में भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे और उपद्रव कर रहे थे।

    शराब ठेके के पास में रहने वाले स्थानीय निवासी राजकुमार सिंह के मना करने पर वापस चले गए। थोड़ी देर बाद उपरोक्त अभियुक्त 15-20 की संख्या में हाथों में लोहे की राड, लाठी-डंडे लेकर वापस आ गए। मंटू सरोज, राहुल सरोज व अभिषेक के ललकारने पर सभी ने जान से मारने की नीयत से राजकुमार सिंह पर हमला कर दिया।

    शोरगुल पर भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह मौके पर पहुंचे और अपने बेटे राजकुमार सिंह को बचाने लगे। यह देखकर हमलावरों ने पशुपतिनाथ सिंह पर हमला कर दिया। इस हमले में पशुपतिनाथ सिंह को गंभीर चोट लगने के कारण अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े।

    घायलों को बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया जहां डाक्टरों ने पशुपतिनाथ सिंह को मृत घोषित कर दिया। राजकुमार सिंह ने घटना में शामिल हमलावरों का नाम पुलिस को बताया। राजकुमार सिंह के भाई रुद्रेश कुमार सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया।

    इस क्रम में में विवेचना पूरी कर पुलिस ने 18 अभियुक्तों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी। इनमें दो आरोपी के नाबालिग होने के कारण दोनों की पत्रावली किशोर न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया।