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    Varanasi: महंत की भू-समाधि के लिए कुट‍िया में खोदाई के विरोध में ग्रामीणों ने किया पथराव, 11 पुल‍िसकर्मी घायल

    By Jagran NewsEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Fri, 23 Jun 2023 12:17 AM (IST)

    काशी-प्रयागराज एनएच-19 के किनारे छोटी खजुरी गांव में राम जानकी कुटिया व शिव-हनुमान मंदिर है। कुटिया पर रह रहे महंत नारायण दास की बीमारी से बुधवार सुबह निधन हो गया। उनकी शिष्या साध्वी सरस्वती दास समेत भक्तजन परिसर में ही मंदिर के पास महंत को भू-समाधि देने के लिए गढ्ढा बनाने की तैयारी कर रहे थे। ग्रामीणों को भनक लगी तो इसका विरोध किया और काम रोक द‍िया।

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    विवाद के दृष्टिगत मौके पर फोर्स की तैनाती की गई है।

    मिर्जामुराद, जागरण संवाददाता। खजुरी चट्टी के पास हाईवे किनारे स्थित राम जानकी कुटिया में बुजुर्ग महंत नारायण दास की भू-समाधि बनाने पर ग्रामीण और अनुयायी आमने-सामने आ गए। ग्रामीण किसी दशा में समाधि न बनाने देने पर आमादा थे, तो अनुयायियों का कहना रहा कि महंत जी की ऐसी ही इच्छा थी। मिर्जामुराद पुलिस पहुंची तो पहले बीच का रास्ता निकालने की कोशिश हुई। इस दौरान 20 घंटे शव बर्फ पर पड़े रहने से पुलिस ने सख्ती की तो लाठियां फटकारीं और आंसू गैस के गोले छोड़े तो ग्रामीण पीछे हटे। इसके बाद महंत को कुटिया परिसर में गड्ढा खोदकर दफनाया जा सका।

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    तैनात की कई फोर्स 

    विवाद के दृष्टिगत मौके पर फोर्स की तैनाती की गई है। कुटिया की साध्वी सरस्वती दास व थानाध्यक्ष की तहरीर पर 19 नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।

    बीमारी से हुआ महंत का न‍िधन

    काशी-प्रयागराज एनएच-19 के किनारे छोटी खजुरी गांव में राम जानकी कुटिया व शिव-हनुमान मंदिर है। कुटिया पर रह रहे महंत नारायण दास की बीमारी से बुधवार सुबह निधन हो गया। उनकी शिष्या साध्वी सरस्वती दास समेत भक्तजन परिसर में ही मंदिर के पास महंत को भू-समाधि देने के लिए गढ्ढा बनाने की तैयारी कर रहे थे। ग्रामीणों को भनक लगी तो सैकड़ों की संख्या में पहुंच कर इसका विरोध किया और काम रोक दिया। दोनों पक्ष आमने-सामने हुए तो नोंकझोंक होने लगी।

    एसीपी (राजातालाब) अंजनी राय, मिर्जामुराद एसओ आनन्द चौरसिया, कपसेठी थानाप्रभारी सतीश यादव व खजुरी चौकी प्रभारी सचिन पटेल, कछवांरोड चौकी प्रभारी अतुल मिश्र, करधना चौकी प्रभारी प्रमोद यादव समेत ब्रजवाहन (क्यूआरटी) व पीआरवी मौके पर पहुंच गया। विवाद की खबर पर गुजरात के शिष्य विजय भाई पटेल के बुधवार रात 10 बजे पहुंच गए।

    ग्रामीणों ने क‍िया हंगामा 

    ग्रामीणों से बातचीत की तो वे मंदिर से दूर समाधि बनाने पर राजी हुए, लेकि‍न शिष्य मंदिर के पास ही खोदाई शुरू किए तो ग्रामीण हो-हल्ला मचाने लगे। पुलिस ने लाठियां पटक सभी को खदेड़ना चाहा तो ग्रामीण हमलावर हो उठे तो संघर्ष में 11 सिपाहियों को भी चोटें आ गईं। हालांकि कमजोर पड़ते ग्रामीण पीछे हटे तो जेसीबी रात 12 बजे खोदाई कराकर महंत को दफना दिया गया। इसी बीच बड़ी संख्या में ग्रामीण दोबारा पथराव शुरू किए तो अफरा-तफरी मच गई।

    11 पुल‍िसकर्मी हुए घायल  

    पुलिस का कहना है कि सरकारी असलहा छीनने का प्रयास हुआ तो हवा में लाठियां भांजने के साथ ही आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पथराव से बज्र वाहन का अगला शीशा टूटने के साथ ही खजुरी, कछवांरोड व करधना चौकी प्रभारी समेत 11 पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। शिष्या का आरोप हैं कि गांव के कुछ लोग कुटिया की कीमती भूमि पर कब्जा जमाना चाहते हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि कुटिया के नाम से भूमि रजिस्टर्ड हैं। शीतला यादव, संगम यादव, राजू, लखन, हरिनाथ, रामा, रामनरेश, रमेश, अमरनाथ, अशोक, जीतलाल, दिनेश, रामप्रताप, कमलेश, कोल्हर, संजय, डाक्टर राजभर व धर्मेंद्र यादव समेत डेढ़ सौ अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज है।