UP MLC Election 2022 : मीरजापुर से निर्विरोध एमएलसी बनेंगे भाजपा के श्याम नारायण उर्फ विनीत सिंह
MIrzapur MLC Election 2022 समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रमेश यादव द्वारा अपना नामांकन बुधवार को वापस ले लिए जाने की वजह से अब भाजपा की ओर से एमएलसी उम्मीदवार श्याम नारायण उर्फ विनीत सिंह एमएलसी पद पर चयनित होने ज रहे हैं।

मीरजापुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव को लेकर बदलते घटनाक्रम के मद्देनजर बुधवार दोपहर को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया। यह जानकारी होते ही सियासी हलके में हड़कंप मच गया। इसके पहले नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने निर्दल प्रत्याशी प्रेमचंद्र का पर्चा अवैध घोषित करते हुए निरस्त कर दिया था। इसके बाद से सपा प्रत्याशी के पर्चा वापस लेने की चर्चा चल रही थी। इसी बीच बुधवार को सपा प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है।
एमएलसी चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी से श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने पर्चा दाखिल किया था तो समाजवादी पार्टी से रमेश यादव ने पर्चा दाखिल कर ताल ठोकी थी। यही नहीं, निर्दल प्रत्याशी रमेश यादव ने भी अपना पर्चा दाखिल कर चुनाव मैदान में डट गए। इसे लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। सभी प्रत्याशियों के समर्थकों का कलेक्ट्रेट परिसर में जमावड़ा लगा रहा। मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव के लिए कक्ष में रिटर्निंग आफिसर एवं अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने नामांकन पत्रों की जांच की।
इस दौरान निर्दल प्रत्याशी प्रेमचंद्र का पर्चा अवैध घोषित कर दिया गया। इसके बाद दो प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी के श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह और समाजवादी पार्टी के रमेश यादव चुनाव मैदान में बचे। इसके बाद सपा प्रत्याशी के पर्चा वापस लेने के कयास भी लगाए जाने लगे। बुधवार को दोपहर अचानक सपा प्रत्याशी रमेश यादव कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रिटर्निंग अफसर के कक्ष में पहुंचे और नामांकन पत्र वापसी के लिए आवेदन कर दिया।
हालांकि, इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने पूछा कि वह किसी दबाव में तो पर्चा वापस नहीं ले रहे हैं। इस पर सपा प्रत्याशी ने कोई दबाव न होने की बात बताई। इसके बाद सभी प्रक्रियाएं पूरी करके सपा प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया। इससे सियासी हलके में चर्चा का बाजार गरम हो गया। फिलहाल भाजपा प्रत्याशी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह के निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय माना जा रहा है।
बसपा से अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले विनीत सिंह पहली बार वर्ष 2010 में बसपा सीट से एमएलसी चुने गए थे। उनकी पत्नी प्रमिला सिंह दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पूर्व एमएलसी व भाजपा प्रत्याशी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने वर्ष 2010 में मीरजापुर प्राधिकारी निर्वाचन सीट से जीत हासिल की थी। जीत के बाद विनीत सिंह मीरजापुर से ही 2010 और 2015 में दो दफा अपनी पत्नी और एक बार अपने करीबी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे।
विंध्याचल मंडल के मीरजापुर और सोनभद्र में उनका जलवा पिछले साल हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी कायम रहा। विनीत सिंह ने न केवल मीरजापुर बल्कि वाराणसी के पंचायत चुनाव में भी अपनी ताकत का अहसास कराया था जब चोलापुर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर अपने पसंदीदा को जीत दिलाई। पूर्व एमएलसी और भाजपा नेता विनीत सिंह का क्षत्रियों में अच्छा खासा प्रभाव है। वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर समेत कई जिलों में उनका अच्छा खासा प्रभाव भी है।
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