UP Election Result 2022 : आजमगढ़ में नौवीं बार कांटे की संघर्ष में ‘दुर्ग विजय’ बने दुर्गा प्रसाद यादव
सपा के साइकिल की चाल दसाें विधानसभा सीट पर मदमस्त रही लेकिन लड़ाई तो आजमगढ़ सदर में ही दिखा। नौवीं बार कांटे की संघर्ष में जीत दर्ज कर दुर्गा ‘दुर्ग विजय’ बने तो हारकर भी भाजपा के अखिलेश कुमार मिश्र ने दिल जीतने में कोई कसर नहीं रखी।

आजमगढ़, जागरण संवाददाता। यूं तो सपा के साइकिल की चाल दसाें विधानसभा सीट पर मदमस्त रही, लेकिन लड़ाई का असली रोमांच तो आजमगढ़ सदर में ही दिखा। नौवीं बार कांटे की संघर्ष में जीत दर्ज कर दुर्गा प्रसाद यादव ‘दुर्ग विजय’ बने, तो हारकर भी भाजपा के अखिलेश कुमार मिश्र ने दिल जीतने में कोई कसर नहीं रखी। दरअसल, 18वें राउंड में दोनों प्रत्याशियों में वोटों का अंतर 900 तक आ पहुंचने से कशमकश की स्थिति आ गई, लेकिन उसके बाद बढ़ना शुरू हुए तो जीतने के बाद ही उनके कदम थमे।
दुर्गा बचपन से ही सियासी सोच रखने के कारण पल्हनी ब्लाक से चुनाव लड़कर प्रमुख बने। उस सीट को फिलहाल उनके भतीजा प्रमोद यादव संभाल रहे हैं। सन् 1984 में आगरा जेल में रहते हुए माननीय बनने के लिए आजमगढ़ सदर से मैदान में उतरे। चुनाव चिह्न मिला था शेर, जो खासा चर्चा में रहा और जीत भी गए। उसके बाद से अनवरत चुनावी मैदान में उतरते रहे, लेकिन सिर्फ एक बार शिकस्त खाए। अबकी लड़ाई उनके लिए कांटे की हुई तो रणनीति से लड़े और 33वें राउंड में 99114 वोट पाकर अजेय बढ़त बनाए रहे। इसी राउंड तक अखिलेश मिश्र 83995 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे।
वर्ष 2017 में दुर्गा 88087 वोट पाकर 26262 वोट से जीते थे। उस समय अखिलेश मिश्र गुड्डू 61825 वोट पाए थे। वर्ष 2012 में भाजपा 8577 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रही थी। अखिलेश ने आस जगाई तो उनके ऊपर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया तो 83995 वोट पाकर 4092 मतों से दूर रह गए। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा की रही तो जनता में भी इस विधानसभा सीट का रुझान जानने में दिलचस्पी देखने को मिली। सुबह से ही मतगणना शुरू होते ही सभी लोग एक-एक चक्र के परिणाम पर नजर बनाए रहे।
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