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    केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी बोले- 'घाटा खत्म होने पर तेल कंपनियों से कीमतें कम करने को कहूंगा'

    By Jagran NewsEdited By: Mohd Faisal
    Updated: Mon, 23 Jan 2023 12:47 AM (IST)

    केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की कीमतें बढ़ीं लेकिन तेल कंपनियों ने इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला। डीजल की कीमतें दिसंबर 2021 से दिसंबर 2022 के बीच केवल तीन प्रतिशत बढ़ीं।

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    केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी (फाइल फोटो)

    वाराणसी, जागरण संवाददाता। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि बीते नौ महीने से देश में तेल की कीमतों में वृद्धि नहीं हुई है। इनकी कीमतें घटाने का अधिकार सरकार के पास है भी नहीं। मगर, मैं तेल कंपनियों से अनुरोध करूंगा कि यदि अंतरराष्ट्रीय कीमतें नियंत्रण में हैं और घाटा खत्म होता है तो कीमतें कम कर दें।

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    तेल कंपनियों ने बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला- पुरी

    केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी रविवार को वाराणसी में नमो घाट पर आयोजित सीएनजी बोट रैली के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की कीमतें बढ़ीं, लेकिन तेल कंपनियों ने इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला। डीजल की कीमतें दिसंबर, 2021 से दिसंबर, 2022 के बीच केवल तीन प्रतिशत बढ़ीं। अमेरिका में यह वृद्धि 34, कनाडा में 36, स्पेन में 25, स्पेन में 25 और ब्रिटेन में 10 प्रतिशत रही। दिसंबर 2021 में देश में डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर था, जो एक साल बाद 89.62 रुपये हो गया। पेट्रोल 95.41 रुपये से बढ़कर 96.72 रुपये प्रति लीटर हो गया।

    भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता देश है- पुरी

    हरदीप पुरी ने कहा कि सरकार ने 2020 में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 13 रुपये और डीजल पर 15 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी, जब महामारी में वैश्विक ऊर्जा कीमतों को कम कर दिया था। उत्पाद शुल्क में यह वृद्धि नवंबर 2021 और मई 2022 में दो किस्तों में वापस ले ली गई। कुछ राज्यों ने भी ईंधन पर वैट या स्थानीय बिक्री कर में कटौती की। सरकार 2025 तक तेल अन्वेषण क्षेत्र को पांच लाख वर्ग किलोमीटर और 2030 तक 10 लाख वर्ग किलोमीटर तक बढ़ाने का लक्ष्य बना रही है। भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता देश है। वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों और गैस व ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।

    '2025 तक हमारे पास 20 प्रतिशत एथेनाल मिश्रित पेट्रोल होगा'

    उन्होंने आगे कहा कि भारत 85 प्रतिशत तेल और 50 प्रतिशत प्राकृतिक गैस की जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है। 2025 तक हमारे पास 20 प्रतिशत एथेनाल मिश्रित पेट्रोल होगा। पुरी ने कहा कि वाराणसी में गंगा किनारे दूसरा सीएनजी टर्मिनल वाराणसी के रविदास घाट पर बनेगा। वाराणसी में 580 नावें सीएनजी संचालित हैं और जल्द यह संख्या 2000 हो जाएगी। काशी में जल्द ग्रीन हाइड्रोजन से नावें संचालित होंगी।

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