केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दूर की वाराणसी में चिंता देवी की चिंता, डाक घर में जमा पूरी रकम वापस मिली
वाराणसी में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से चिंता देवी ने अपना पैसा डाकघर से न मिलने की जानकारी दी तो विभाग तुरंत ही सक्रिय हुआ और आनन फानन शाम होते होते विभाग की ओर से घर जाकर चिंता देवी को चेक दिया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। स्वच्छता अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री से चिंता देवी ने जो गुहार लगाई उसका असर शाम होते होते सामने आ गया। मंत्री के निर्देश पर डाक अधीक्षक ने अपने अधीनस्थ को घर भेज कर परिवार को चेक सौंपा दिया गया। पिछले करीब तीन वर्षों से डाकखाने में जमा अपना ही पैसा नहीं निकाल पा रही चिंता देवी की चिंता दूर हो गई। कुछ दिन बाद बेटी की शादी होनी है और पूरा परिवार आर्थिक समस्या से परेशान था। दरअसल प्रधान डाकघर में हुए घोटाले के चलते जमा धनराशि नहीं निकल पा रही थी।
मंगलवार की सुबह भीम नगर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा था उसी दौरान क्षेत्र की निवासिनी चिंता देवी ने घर के सामने खाली पड़ी अपनी जमीन पर गंदगी व गोबर हटवाने के साथ-साथ प्रधान डाकघर में जमा अपने रुपए निकाले जाने की गुहार मंत्री से लगाई थी। चिंता देवी ने मंत्री स्मृति इरानी से बताया था कि 15 जून को बेटी की शादी है बरात आने वाली है यदि गोबर और गंदगी हट जाएगी तो यहीं पर बारात का स्वागत कर पाऊंगी। जिस पर मंत्री ने अपने हाथों से फावड़ा उठाकर गोबर हटाना शुरू किया। साथ ही प्रधान डाकघर में पीड़ित महिला का जमा रुपया निकाले जाने के लिए क्षेत्रीय पार्षद दिनेश यादव को निर्देश दिया कि वह उक्त महिला को ले जाकर उनका रूपया निकलवाए।
पार्षद दिनेश यादव चिंता देवी को लेकर जब प्रधान डाकघर पहुंचे तो मालूम हुआ कि करीब तीन वर्ष पूर्व प्रधान डाकघर में हुए घोटाले के चलते इनका रुपया नहीं निकल पा रहा है। शासन स्तर से कुछ समस्या आ रही है जिस पर पार्षद दिनेश यादव ने अधीक्षक सीपी तिवारी की मंत्री स्मृति ईरानी से मोबाइल पर बात कराई। मोबाइल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने अधीक्षक को निर्देश दिया इनके रुपए जल्द से जल्द भुगतान किए जाएं फिर क्या था आनन-फानन में डाक कर्मी और डाक अधिकारी कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए चेक तैयार किए और चेक लेकर चिंता देवी के घर पहुंच गए।
पार्षद दिनेश यादव को साथ लेकर उन्हें चेक से पूरी रकम सौंप दी गई। वर्षों से अपना रुपया नहीं निकाल पाने वाली चिंता देवी और उनकी बेटियां चेक देखते ही खुशी से झूम उठे और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी के प्रति आभार व्यक्त करने लगी। चिंता देवी ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व जब घोटाला हुआ था डाकखाने का बार बार चक्कर लगाने व उसी के सदमे से मेरे पति हरीश चंद्र प्रसाद हार्ट अटैक के कारण दुनिया के चल बसे थे। मैं भी दौड़ते दौड़ते यह सोच रही थी कि कहीं हमारे पति की तरह हम भी दुनिया से ना चल बसे।
कहा कि मंत्री स्मृति इरानी मेरे लिए भगवान बन कर आई हैं। हमारा पूरा परिवार उनके प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता है हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी हमारे रुपए हमारे जरूरत पर हमको मिल पाएंगे। अब बिटिया की शादी के लिए पैसों की बहुत आवश्यकता थी मंत्री जी ने वह समस्या चुटकियों में हल कर दी। चिंता देवी ने बताया कि मेरे पास मंत्री जी और पीएम मोदी का नंबर नहीं है नहीं तो मैं अपनी बिटिया की शादी में दोनों लोगों को बुलाती।
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