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    वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में विघ्न डालने का प्रयास करने वाले दो छात्र निलंबित

    By Abhishek SharmaEdited By:
    Updated: Sat, 04 Sep 2021 09:58 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 जुलाई को बीएचयू के आयोजित कार्यक्रम में विघ्न डालने के प्रयास करने वाले दो छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इनके खिलाफ पहले से ही लंका थाने में एफआइआर दर्ज है।

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    पीएम के दौरे में विघ्न डालने के प्रयास करने वाले दो छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 जुलाई को बीएचयू के आयोजित कार्यक्रम में विघ्न डालने के प्रयास करने वाले दो छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इनके खिलाफ पहले से ही लंका थाने में एफआइआर दर्ज है। इस मामले की काफी समय से जांच जारी थी। मुकदमा दर्ज होने के बाद आखिरकार लंबे समय कर प्रक्रिया पूर्ण कर विवि प्रशासन ने रिपोर्ट के आधार पर उनको निलंबित करने की कार्रवाई आखिरकार पूर्ण कर ली। इस प्रकरण को लेकर काफी गहमागहमी भी परिसर में छात्रों के बीच बनी रही। 

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    माना जा रहा है कि यह कार्रवाई होने के बाद अब दोबारा परिसर में इस प्रकरण को लेकर सुगबुगाहट हो सकती है। ऐसे में विवि प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार के छात्रों के एक्‍शन को लेकर भी तैयारियों पर मंथन किया गया है। वहीं शनिवार को परिसर में इस बात की चर्चा बनी रही और रविवार को अवकाश होने की वजह से परिसर में शांति बनी रहने की ही उम्‍मीद जताई गई है।  

    प्रधानमंत्री काशी सहित पूर्वांचलवासियों को करोड़ों रुपये की योजनाओं की सौगात देने 15 जुलाई को बनारस आए थे। बीएचयू में आयोजित जनसभा के दौरान राजनीतिक दलों से जुड़े कुछ छात्रों ने उत्पात मचाने की योजना बनाई थी। हालांकि पुलिस ने उनकी मंसूबों पर पानी फेरते हुए छह को पहले ही उठा लिया। इसमें से चार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हुआ। आरोप है कि इसमें से दो छात्र बीएचयू के भी थे, जो परिसर स्थित अकेलवा बाबा मंदिर के पास पकडे गए थे।

    इस बाबत प्रशासन का कहना है कि इस मामले की बीएचयू प्रशासन ने जांच समिति गठित की थी। जांच में दोनों छात्र प्रथम दृष्टतया दोषी पाए गए। इसके बाद सामाजिक विज्ञान संकाय के आशुतोष कुमार व अमरेंद्र प्रताप को विश्वविद्यालय व हास्टल से निलंबित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय की इस कार्रवाई से उन छात्रों में खलबली मची है जो राजनीतिक संरक्षण में आए दिन बवाल करते रहते हैं।