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    स्टेशन पर घूम रहा था 'टीटीई', आरपीएफ-जीआरपी को हुआ शक तो रोककर पूछे सवाल; बोला- GF से शादी करने के लिए...

    By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Fri, 27 Jun 2025 03:54 PM (IST)

    वाराणसी कैंट स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी ने एक फर्जी टीटीई, आदर्श जायसवाल को गिरफ्तार किया। उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड और टीटीई का एप्रन मिला। वह यात्रियों को झांसा देकर ठगी करता था। पूछताछ में आदर्श ने बताया कि बेरोजगारी के कारण परिवार की सहमति के लिए उसने यह फर्जीवाड़ा किया, ताकि वह अपनी प्रेमिका से शादी कर सके।  

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    जागरण संवाददाता, वाराणसी। कैंट स्टेशन स्थित यात्री आश्रय हाल के समीप शुक्रवार को सुबह आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने एक फर्जी टीटीई को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पूर्व मध्य रेलवे का फर्जी आईडी कार्ड और टीटीई का एप्रेन भी मिला है। जिससे यात्रियों को झांसे में लेकर वह उन्हें अपना शिकार बनाता था। उसके पास से बरामद मोबाइल फोन को जब्त कर जीआरपी थाने में विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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    जीआरपी इंस्पेक्टर रजोल नागर एवं आरपीएफ इंस्पेक्टर संदीप कुमार यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि कुछ दिनों से स्टेशन परिसर में संदिग्ध टीटीई के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। बताया कि आदर्श जायसवाल नामक कथित टीटीई रीवा (मध्यप्रदेश) में अतरैला का रहने वाला है। पूछताछ में बताया कि उसने दो मार्च को अपने ही गांव के एक साइबर कैफे से आईडी कार्ड बनवाया था।

    महिला और पुरुष से ठगी के बाद खुली पोल

    इस महीने 17 जून को कथित टीटीई आदर्श ने ज्योति किरण और गुनगुन नामक महिला यात्रियों को वाराणसी से लक्सर का अपने मोबाइल फोन के एप से जनता एक्सप्रेस में बी-3 का टिकट बुक करके दिया था। अगले दिन महिला यात्री स्टेशन पहुंची, जहां उक्त बोगी की जगह एम-2 कोच लगा हुआ था।

    किसी तरह वह घर लौटी। महिला के भाई विकास ने इसकी शिकायत आरपीएफ से की। दूसरे प्रकरण में कैंट स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र पर तत्काल की अवधि में उसने दिनेश यादव नामक यात्री को फांसने का प्रयास किया। मुंबई का ई- टिकट बुक किया। लेकिन यात्री को स्टेटस में गड़बड़ी दिखी। इस बीच पैसे के लेनदेन में दोनों में नोंकझोंक भी हुई।

    प्रेमिका से शादी के लिए बना फर्जी टीटीई

    बीटेक के छात्र आदर्श जायसवाल ने पूछताछ में बताया कि उसका एक युवती से प्रेम प्रसंग था। बेरोजगार होने के कारण आदर्श के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे। अपने परिजनों को राजी करने के लिए उसने टीटीई की नौकरी का षडयंत्र रचा। बताया कि वह परिवार से दूर बिहार के सासाराम में अपनी पत्नी के साथ रहता था। पहले छोटे स्टेशन पर वह फर्जीवाड़ा करता था।